
“CM भगवंत मान ने BBMB
नंगल (रूपनगर), पंजाब
11 मई 2025
✍️ रिपोर्ट: विशेष संवाददाता
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने नंगल में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (BBMB) द्वारा कथित तौर पर पंजाब का पानी अन्य राज्यों को हस्तांतरित करने के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन में भाग लेते हुए केंद्र सरकार और BBMB को तीखी चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “पंजाब के पानी की एक बूँद भी किसी को नहीं दी जाएगी” और भाजपा के “घटिया मंसूबों” को हर कीमत पर नाकाम किया जाएगा।
🗣️ “हर पंजाबी BBMB के गैर-कानूनी हस्तक्षेप का विरोध करेगा” – CM
मुख्यमंत्री ने कहा कि BBMB और केंद्र सरकार पंजाब के हितों को नजरअंदाज कर अन्य राज्यों को पानी उपलब्ध कराने की योजना बना रही हैं। उन्होंने कहा कि यह न केवल संविधान और संघीय ढांचे के खिलाफ है, बल्कि पंजाब के साथ सौतेली माँ जैसा व्यवहार भी है।
“केंद्र सरकार की मंशा है कि वह पंजाब से जबरन पानी ले और अन्य राज्यों को दे। यह सरासर अन्याय है। भाजपा हमारे धैर्य की परीक्षा न ले। हम मजबूर होकर कड़े कदम उठाने को बाध्य होंगे,” — मुख्यमंत्री मान
⚠️ “BBMB अधिकारी अपनी सुरक्षा के स्वयं जिम्मेदार होंगे”
मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि यदि BBMB ने जबरन पंजाब से पानी छोड़ने की कोशिश की, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने साफ कहा कि BBMB और भाजपा राज्य में किसी भी संभावित कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे।
“पंजाब के लोग इस लूट को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम सीमाओं की रक्षा करते हैं, तो अपने पानी की भी रक्षा करेंगे,” — CM मान
🌾 किसान संगठनों की चुप्पी पर सवाल
मुख्यमंत्री ने किसान यूनियनों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये संगठन मामूली मुद्दों पर प्रदर्शन करते हैं लेकिन पंजाब जैसे मूल मुद्दों पर मौन साध लेते हैं।
“शायद इसलिए वे आज नंगल नहीं पहुँचे क्योंकि यहाँ एसी वाली ट्रॉलियाँ नहीं हैं और धूप में खड़े रहना उनके बस की बात नहीं रही,” — मुख्यमंत्री का तंज
🛑 “केंद्र सरकार कर रही है राजनीतिक उद्देश्यों से BBMB का दुरुपयोग”
CM मान ने आरोप लगाया कि BBMB को केंद्र सरकार अपने राजनीतिक हितों के लिए इस्तेमाल कर रही है, जबकि यह बोर्ड मूल रूप से सतलुज और ब्यास नदियों के प्रबंधन के लिए बनाया गया था।
उन्होंने कहा कि:
BBMB का पुनर्गठन अनिवार्य हो चुका है।
दूसरे राज्यों के अधिकारी पंजाब के संसाधनों से वेतन ले रहे हैं और राज्य के खिलाफ फैसले ले रहे हैं।
पिछले वर्षों में BBMB को दिए गए फंड का ऑडिट करवाया जाएगा।
🏞️ पानी की हालत गंभीर, राज्य को ज़रूरत है संरक्षण की
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पहले से ही भारी भूजल संकट झेल रहा है और राज्य के अधिकांश ब्लॉक डार्क ज़ोन में हैं। ऐसे में राज्य के पास किसी और को देने के लिए अतिरिक्त पानी नहीं है।
“यह विडंबना है कि BBMB हमारे ही टैक्स के पैसे से हमारे खिलाफ कानूनी लड़ाइयाँ लड़ता है,” — CM मान
🇮🇳 “पंजाब हमेशा राष्ट्रीय हित में आगे रहा है”
CM मान ने यह भी स्पष्ट किया कि जब राजस्थान ने सेना की जरूरतों को लेकर अतिरिक्त पानी माँगा था, तो राष्ट्रीय हित में पंजाब ने पानी छोड़ा। लेकिन अब जबरन पानी लेने का प्रयास राज्य की संप्रभुता के खिलाफ है।
⚖️ कानून का हवाला: “कोई कोर्ट आदेश नहीं है”
मुख्यमंत्री ने साफ किया कि पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है कि पंजाब से पानी छोड़ा जाए, फिर भी भाजपा केंद्र की शक्ति का दुरुपयोग करके गैरकानूनी तरीके से यह कदम उठा रही है।
🧭 खट्टर और भाजपा को नसीहत: “पंजाब को हल्के में न लें”
मुख्यमंत्री ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर पर भी सीधा हमला बोला और आरोप लगाया कि यह सारा षड्यंत्र उनके इशारे पर हो रहा है।
“अगर हम पाकिस्तान से सटी सीमा की रक्षा कर सकते हैं, तो अपने पानी की भी पूरी ताकत से रक्षा करेंगे,” — CM मान
मुख्यमंत्री भगवंत मान का यह बयान पंजाब के जल अधिकारों की रक्षा को लेकर एक राजनीतिक और संवैधानिक लड़ाई की शुरुआत के संकेत देता है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राज्य-केंद्र टकराव और तेज़ हो सकता है। पंजाब सरकार ने स्पष्ट संकेत दे दिए हैं कि वह कानून, नीति और जनता के साथ मिलकर किसी भी प्रकार के जल ‘छल’ को रोकने के लिए पूरी तरह तैयार है।