
पंजाब सरकार हमारा (हरियाणा) हक छीनने की कोशिश कर रहे हैं।
चण्डीगढ़, 12 मई: हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पर तीखा हमला किया है। विज ने कहा, “आप (आप पार्टी की पंजाब सरकार) लोग पंजाब की संस्कृति के खिलाफ काम कर रहे हैं, जबकि पंजाब की संस्कृति लोगों को पानी पिलाने और छबीलें लगाने की रही है, लेकिन आप (पंजाब सरकार) हमारा (हरियाणा) हक छीनने की कोशिश कर रहे हैं।”
विज ने यह बयान पंजाब सरकार द्वारा पानी की आपूर्ति को लेकर हरियाणा को अनदेखा करने पर दिया। साथ ही उन्होंने 1971 की लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा कि “सन 1971 में हमारे सैनिकों ने जो लड़ाई मैदान में जीती थी, वह इंदिरा गांधी ने टेबल पर हरा दी थी।”
पानी के मुद्दे पर विज का बयान:
विज ने कहा, “यह पानी पंजाब का सृजित किया हुआ पानी नहीं है, यह पानी हिमाचल प्रदेश से आ रहा है। यह पानी किसी राज्य का नहीं है, बल्कि यह पूरे देश का पानी है।” उन्होंने कहा कि इस पानी में हरियाणा का भी हिस्सा है और हरियाणा को 8500 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए। विज ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया कि पहले सचिवों की बैठक में यह बात कही गई थी कि हरियाणा को ज्यादा पानी दिया जाए, लेकिन पंजाब ने उस प्रस्ताव को भी नकार दिया।
पंजाब सरकार की आलोचना:
विज ने पंजाब सरकार पर हमला करते हुए कहा, “आप (पंजाब सरकार) किसी की भी बात नहीं मानते। आप माननीय कोर्ट, स्वायत्त संस्थाओं, सीबीआई, ईडी को नहीं मानते, तो फिर आप किसे मानते हैं? यह आपकी हठधर्मिता और अवहेलना को दर्शाता है।” उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने जल संकट का मुद्दा सियासी रंग देने की कोशिश की है, खासकर ऐसे समय में जब पाकिस्तान के साथ युद्ध जारी है और देश में तनाव की स्थिति है।
पानी के मुद्दे पर पंजाब सरकार द्वारा दिए गए बयानों पर विज की प्रतिक्रिया:
विज ने पानी चोरी के संबंध में दिए गए पंजाब सरकार के बयान को “निम्न स्तर का बयान” करार देते हुए कहा कि यह मामला अदालत में है, और इसके बाहर किसी भी प्रकार की टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि जब दिल्ली में आप पार्टी की सरकार थी, तब पानी क्यों नहीं रोका गया? लेकिन जैसे ही दिल्ली में आप पार्टी हार गई, पंजाब अब हरियाणा से बदला लेने की कोशिश कर रहा है।
पंजाब की सरकार को उकसाने का आरोप:
विज ने पंजाब की सरकार पर आरोप लगाया कि वह किसानों को उकसाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा, “यह सारा माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है, जबकि पाकिस्तान के साथ युद्ध चल रहा है और तनाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे समय में, पंजाब सरकार पानी के मुद्दे को लेकर झगड़ा पैदा करने की कोशिश कर रही है।”
राजा हरि सिंह और पीओके पर विज का बयान:
विज ने 1947 में हुए विलय समझौते का हवाला देते हुए कहा कि राजा हरि सिंह ने जिस विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए थे, उसमें पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) भी शामिल था और वह हिस्सा हमें दिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि 1971 की युद्ध में भारत की सेना ने 93 हजार पाकिस्तानी युद्धबंदी पकड़ने के साथ-साथ लगभग 13 हजार एकड़ भूमि जीती थी। विज ने कहा, “अगर हमारे सैनिक उस समय पीओके को लेने की शर्त रखते तो यह हमारे पास होता, लेकिन इंदिरा गांधी ने उस समय जो मैदान में जीती हुई लड़ाई थी, उसे टेबल पर हरा दिया।”
विपक्ष द्वारा सत्र बुलाए जाने के सवाल पर विज का जवाब:
विपक्ष द्वारा सत्र बुलाए जाने पर विज ने कहा, “लड़ाई के सबूत नहीं दिए जा सकते।” इस टिप्पणी से उन्होंने विपक्ष के आरोपों का खंडन किया।
विज का यह बयान हरियाणा और पंजाब के बीच पानी विवाद और राजनीतिक तनाव को लेकर सामने आया है। उन्होंने इस मुद्दे पर पंजाब सरकार की नीतियों और बयानों की आलोचना करते हुए यह भी कहा कि यह सारा विवाद पाकिस्तान के साथ चल रहे युद्ध और राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में समय के साथ उचित नहीं है।