
ट्रैफिक टॉवर, गुरुग्राम में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
📍 गुरुग्राम, 12 मई 2025:
सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकारी व निजी अस्पतालों की एंबुलेंस सेवाओं को डायल 112 इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम से जोड़ने के संबंध में ट्रैफिक टॉवर, गुरुग्राम में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता डाॅ. राजेश मोहन (IPS), पुलिस उपायुक्त यातायात, गुरुग्राम ने की।
🔹 बैठक के प्रमुख बिंदु:
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दुर्घटना की स्थिति में पहली प्राथमिकता घायल को नजदीकी अस्पताल पहुंचाना है ताकि “गोल्डन आवर” के भीतर चिकित्सा देकर उसकी जान बचाई जा सके।
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सभी सरकारी/प्राइवेट अस्पतालों की एंबुलेंस को डायल 112 सिस्टम से जोड़ने पर जोर दिया गया, जिससे तुरंत मदद मिल सके।
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एंबुलेंस में MDT (Mobile Data Terminal) लगाने की योजना बनाई गई है, जिससे सिस्टम इंटीग्रेशन बेहतर हो और रियल-टाइम ट्रैकिंग व समन्वय हो सके।
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सरकार द्वारा पहले से चलाई जा रही 1.5 लाख रुपये तक के कैशलेस इलाज की योजना (आयुष्मान भारत) के प्रचार-प्रसार पर बल दिया गया, ताकि हर पीड़ित इसका लाभ उठा सके।
🔸 उपस्थित प्रमुख अधिकारी व प्रतिनिधि:
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सत्यपाल यादव (HPS), एसीपी, ट्रैफिक हेडक्वार्टर/हाईवे
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यशवंत यादव (HPS), एसीपी, सदर
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निरीक्षक संदीप कुमार, इंचार्ज रोड सेफ्टी
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डा. अनुज, डा. जयप्रकाश, और करीब 50 सरकारी/प्राइवेट अस्पतालों के प्रतिनिधि
(कुल भागीदारी – 60+)
🏥 अन्य अहम बिंदु:
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आयुष्मान भारत योजना के तहत अधिक अस्पतालों को जोड़ने के लिए डा. अनुज और डा. जयप्रकाश के नेतृत्व में परामर्श किया गया।
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गैर-आयुष्मान पैनल अस्पतालों को भी इस योजना से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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एंबुलेंस की गुणवत्ता और उपकरणों की जांच के लिए समय-समय पर औचक निरीक्षण किए जाएंगे।
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अस्पताल प्रतिनिधियों ने योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन में सहयोग का आश्वासन दिया।
🎯 उद्देश्य:
“हर एक्सीडेंट पीड़ित को समय पर इलाज मिले और एक भी जान केवल देरी के कारण न जाए।”
यह बैठक गंभीर सड़क हादसों में जान बचाने की दिशा में एक बड़ी पहल मानी जा रही है, जिससे आपातकालीन स्वास्थ्य व्यवस्था और अधिक सशक्त एवं तेज़तर्रार हो सकेगी।