
टोंटीचोर” की सरकार के समय बुजुर्गों की पेंशन तक में घूस की मांग की जाती थी।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश, 13 मई –
उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला किया है। उनका कहना है कि “पीडीए” का नारा लगाने वाली और “टोंटीचोर” की सरकार के समय बुजुर्गों की पेंशन तक में घूस की मांग की जाती थी। विपक्षी नेताओं के मुताबिक, पेंशन देने के लिए भी भ्रष्टाचार और घूसखोरी का माहौल था। उन नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि “टोंटीचोर” सरकार ने न केवल प्रदेशवासियों का सम्मान नहीं किया, बल्कि अपने पिता का भी सम्मान नहीं किया।
यह बयान विपक्षी नेताओं ने प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए दिया। उनका कहना है कि जब “पीडीए” (पार्टी डेमोक्रेटिक एलायंस) की सरकार थी, तब बुजुर्गों को पेंशन लेने के लिए लम्बे इंतजार के बाद भी घूस देने की मांग की जाती थी। विपक्षी दलों का यह भी कहना है कि इन परिस्थितियों ने प्रदेशवासियों को परेशान किया और सरकार की विफलता को उजागर किया।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार का इस पर जवाब आया। उन्होंने विपक्षी दलों को निशाना बनाते हुए कहा कि “जब हमारी सरकार आई, तब हम हर वर्ग की चिंता करने के लिए प्रतिबद्ध थे। हम किसानों, महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों के हितों के लिए काम कर रहे हैं। योगी सरकार ने प्रदेशवासियों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाया है।”
योगी सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने राज्य में वृद्धावस्था पेंशन योजना को लेकर कई सुधार किए हैं, जिससे बुजुर्गों को सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिला है। सरकार के अनुसार, अब पेंशन योजनाओं का वितरण भ्रष्टाचार से मुक्त है, और पूरी पारदर्शिता के साथ बुजुर्गों को उनका हक दिया जा रहा है।
विपक्षी दलों ने यह भी आरोप लगाया कि “टोंटीचोर” सरकार के समय किसानों और युवाओं की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया था, जबकि वर्तमान सरकार ने इन वर्गों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं।
विपक्षी नेताओं ने यह दावा किया कि योगी सरकार ने किसानों, महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जताया है, लेकिन असल में उनकी योजनाओं और कार्यक्रमों की धरातल पर कितनी सफलता मिली, इस पर सवाल उठाया।
योगी सरकार का कहना है कि उन्होंने प्रदेश में विकास कार्यों और कल्याण योजनाओं की गति को तेज किया है, जिससे प्रदेश के हर नागरिक का जीवन स्तर सुधर सके।