
जवान पूर्णम कुमार को सकुशल वापस भारत लौटा दिया है।
नई दिल्ली, 12 मई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कड़े रुख और मजबूत नेतृत्व के बाद पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ा है। पाकिस्तान ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम कुमार को सकुशल वापस भारत लौटा दिया है।
रास्ता भटकने के कारण पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें पकड़ा
पूर्णम कुमार को पाकिस्तानी सेना ने उस वक्त हिरासत में लिया था जब वह भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान जम्मू-कश्मीर सीमा पर अपने कर्तव्यों में तैनात थे। रास्ता भटकने के कारण पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें पकड़ा और 20 दिनों तक अपनी हिरासत में रखा। इसके बाद, पाकिस्तान ने अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए पूर्णम कुमार को भारत भेजा, जिससे उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई।
खासकर भारत-पाक युद्ध के दौरान।
पूर्णम के परिजनों में यह डर था कि कहीं पाकिस्तानी फौज उनके बेटे के साथ गलत व्यवहार न करे, खासकर भारत-पाक युद्ध के दौरान। लेकिन जैसे ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ और प्रधानमंत्री मोदी की दृढ़ आवाज उठी, पाकिस्तान ने BSF जवान को सुरक्षित रूप से वापस भेज दिया।
मोदी की दहाड़ के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के तेवर भी बदल गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की दहाड़ के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के तेवर भी बदल गए हैं। ऑपरेशन सिंधूर के बाद जब प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित किया, उनकी आवाज भारत ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान में भी गूंज उठी। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री जो पहले आतंकवादियों को शरण देने की बात करते थे, अब उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में यह कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों से सभी रिश्ते और नाते तोड़ दिए हैं। इस बयान ने न सिर्फ पाकिस्तान में, बल्कि दुनिया भर में हलचल मचा दी है।
अब पाकिस्तान से होने वाली किसी भी बातचीत का मुद्दा PoK होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पाकिस्तान पर कड़ा रुख और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के मुद्दे पर उनकी स्थिति अब चर्चा का विषय बन गई है। मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अब पाकिस्तान से होने वाली किसी भी बातचीत का मुद्दा PoK होगा।
इस पूरी घटनाक्रम ने यह सिद्ध कर दिया है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी क्षेत्रीय अखंडता को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह की समझौते के लिए तैयार नहीं है, जब तक PoK पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता।