
यह श्लोक उनके रूप, आभूषण, मुद्रा, और साथ में विराजमान माता सीता की सुंदरता का चित्रण करता है।
🗓️ आज का पंचांग (15 मई 2025)
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विक्रम संवत: 2082
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संवत्सर नाम: सिद्धार्थी
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संवत्सर राजा: सूर्य
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संवत्सर मंत्री: सूर्य
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ऋतु: ग्रीष्म
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सूर्योदय: प्रातः 5:34
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सूर्यास्त: सायं 7:01
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चंद्रमा: वृश्चिक राशि में 2:08 PM तक, फिर धनु राशि में
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नक्षत्र: ज्येष्ठा (2:08 PM तक), फिर मूल
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राहुकाल: दोपहर 2:00 से 3:30 बजे तक
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गंडमूल: आज गंडमूल है, जो कुछ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है।
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शुभ दिशा: उत्तर, पूर्व, उत्तर-पूर्व
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अशुभ दिशा: दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर दही खाकर प्रस्थान करें।
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योग: सिद्ध योग (प्रातः 7:02 से) – शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त।
🌟 राशियों के लिए विशेष संकेत
आज के सिद्ध योग और ग्रहों की अनुकूल स्थिति के कारण वृषभ, मिथुन, सिंह, तुला और धनु राशियों के जातकों के लिए यह दिन विशेष रूप से लाभकारी है। इन राशियों के जातकों को व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन में अप्रत्याशित लाभ, सुकून और सफलता मिलने के योग हैं। विशेषकर वृषभ और मिथुन राशि के जातकों को नए अवसर और धनलाभ होगा, सिंह राशि वालों को रचनात्मक कार्यों एवं निवेश से लाभ, तुला राशि के लोगों को आत्मविश्वास और प्रभावशाली व्यक्तित्व का लाभ मिलेगा और धनु राशि के जातकों को पेशेवर सफलता व मान-सम्मान में वृद्धि होगी।