
इमरजेंसी गेट बंद होने के कारण यात्री बाहर नहीं निकल पाए।
लखनऊ में गुरुवार, 15 मई 2025 की सुबह एक भीषण हादसा हुआ, जिसमें बिहार से दिल्ली जा रही एक स्लीपर बस में आग लगने से पांच यात्रियों की मौत हो गई। यह हादसा मोहनलालगंज के पास किसान पथ पर सुबह लगभग 5 बजे हुआ। बस में करीब 60 यात्री सवार थे, जिनमें अधिकांश सो रहे थे। अचानक बस में धुआं भरने से चीख-पुकार मच गई, लेकिन इमरजेंसी गेट बंद होने के कारण यात्री बाहर नहीं निकल पाए।
मृतकों की पहचान
पुलिस ने मृतकों की पहचान बिहार के बेगूसराय जिले के निवासी लख्खी देवी (55), उनकी बेटी सोनी (26), देवराज (3), साक्षी (2) और एक अन्य व्यक्ति के रूप में की है। इनमें से लख्खी देवी और सोनी मां-बेटी थीं, जबकि देवराज और साक्षी भाई-बहन थे।
हादसे के कारण
प्रारंभिक जांच में बस में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है। घटना के बाद ड्राइवर और कंडक्टर बस छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने उनके खिलाफ लापरवाही से हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
राहत और बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। बाकी बचे हुए यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया और उन्हें उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई।
इस घटना ने स्लीपर बसों की सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इन बसों में इमरजेंसी गेट की स्थिति और चालक-कंडक्टर की जिम्मेदारी की समीक्षा की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।