
गुरुग्राम, 15 मई 2025 – अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी “शक्ति व शांति के संतुलन से राष्ट्र निर्माण” में जैन आचार्य लोकेश जी, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने भारतीय सैनिकों के सम्मान में अपने विचार व्यक्त किए।
🕊️ आचार्य लोकेशजी का संदेश
जैन आचार्य लोकेश जी ने संगोष्ठी में कहा कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए शौर्य की आवश्यकता है, वहीं राष्ट्र निर्माण के लिए शांति और सद्भाव भी आवश्यक हैं। उन्होंने कहा, “जैन धर्म में अहिंसा एक मुख्य सिद्धांत है, परंतु यह कायरता नहीं है। अहिंसा स्वयं सहित सभी जीवित प्राणियों को नुकसान पहुंचाने से बचने पर जोर देती है।” उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध और हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं, बल्कि वार्ता के द्वारा हर समस्या का समाधान संभव है।
🇮🇳 मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का अभिवादन
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भारतीय सशस्त्र बलों को नमन करते हुए कहा, “तीनों सेनाओं के सैनिक हमारे देश की आन, बान और शान हैं। हमें अपने संतों पर गर्व है जो भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का भाव जागृत कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि आज समस्त विश्व शक्ति और शांति के इस समन्वय को स्थापित करने के लिए भारत की ओर आशा और विश्वास से देख रहा है।
🏛️ मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का योगदान
दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने उपस्थित जनसमूह के साथ “भारत माता की जय” के नारे लगते हुए कहा, “आचार्यश्री लोकेशजी विश्व शांति केंद्र के माध्यम से समाज में संतुलन स्थापित करने के लिए अद्भुत प्रयास कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि व्यक्ति, समाज और राष्ट्र की नीतियों में संतुलन होना आवश्यक है, तभी सर्वांगीण विकास संभव है।
🧘♂️ अन्य प्रमुख वक्ता और सहभागी
संगोष्ठी में आयुर्वेद विशेषज्ञ आचार्य मनीष और RSS प्रांत संघचालक श्री पवन जिंदल ने अपने विचार व्यक्त किए। स्वागत भाषण ग्लोबल चेयरमैन डॉ. आलोक ड्रोलिया ने दिया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन रिटायर्ड IAS श्री रमेश तिवारी ने किया। इस कार्यक्रम में सुमित अग्रवाल, संजय जैन, संजय शर्मा सहित बड़ी संख्या में आम नागरिकों और समाजसेवियों ने भी भाग लिया।