
लखनऊ, उत्तर प्रदेश – 17 मई 2025:
उत्तर प्रदेश सरकार ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (KGBVs) की लगभग 80,000 बालिकाओं को डिजिटल और वित्तीय साक्षरता में प्रशिक्षित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी पहल शुरू की है। इस कार्यक्रम को ‘पासपोर्ट टू अर्निंग’ (P2E) प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से लागू किया जाएगा, जिसमें यूनिसेफ तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा।
📚 प्रशिक्षण की रूपरेखा
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प्लेटफ़ॉर्म: ऑनलाइन ‘up.my.p2e.org’ पर उपलब्ध।
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विषय: वित्तीय साक्षरता (12 अध्याय) और डिजिटल साक्षरता (8 अध्याय)।
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समय: प्रत्येक पाठ्यक्रम 10 घंटे का होगा।
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प्रमाणपत्र: प्रशिक्षण पूर्ण करने पर प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे।
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समयरेखा: वित्तीय साक्षरता का प्रशिक्षण 10 सितंबर तक और डिजिटल साक्षरता का प्रशिक्षण 30 अक्टूबर तक पूरा होगा।
👩🏫 कार्यान्वयन चरण
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नोडल शिक्षक चयन: 20 मई तक प्रत्येक विद्यालय में एक नोडल शिक्षक का चयन किया जाएगा।
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शिक्षक प्रशिक्षण: 24-25 मई को ऑनलाइन ओरिएंटेशन आयोजित किया जाएगा।
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छात्र लॉगिन: 25 जुलाई तक छात्राओं को लॉगिन क्रेडेंशियल्स प्रदान किए जाएंगे।
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प्रगति निगरानी: जिला समन्वयक और वार्डन नियमित रूप से प्रगति की निगरानी करेंगे।
🎓 उद्देश्य और प्रभाव
यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है और बालिकाओं को 21वीं सदी के आवश्यक कौशल प्रदान करने का लक्ष्य रखती है। इसके माध्यम से बालिकाओं को डिजिटल और वित्तीय निर्णय लेने में सक्षम बनाया जाएगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगी।
राज्य के शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बालिकाओं को डिजिटल और वित्तीय रूप से सक्षम बना रही है।”