
अब काम रोकने वालों की खैर नहीं, कानून तोड़ने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई: उद्योग मंत्री
सोहना, मेवात | 17 मई 2025:
हरियाणा सरकार ने सोहना IMT (इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप) औद्योगिक क्षेत्र में विकास कार्यों में बाधा डालने और किसानों के नाम पर उत्पात मचाने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी को भी प्रदेश के औद्योगिक विकास में अड़चन डालने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ऐसे लोगों से दूरी बना ली है जो लंबे समय से औद्योगिक परियोजनाओं को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिए हैं कि औद्योगिक क्षेत्र का माहौल खराब करने वाले लोगों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही की जाए।
“औद्योगिक विकास में बाधा किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं” — राव नरबीर सिंह
हरियाणा के उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह ने दो टूक शब्दों में कहा है कि औद्योगिक विकास में रोड़ा अटकाने वालों पर अब कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि,
“सरकार औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। कोई भी व्यक्ति या समूह जो विकास कार्यों में बाधा डालेगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
राव नरबीर सिंह ने विशेष रूप से उन लोगों पर निशाना साधा जो किसानों के नाम पर आंदोलन कर रहे हैं, जबकि अधिकांश किसान पहले ही सरकार से मुआवजा ले चुके हैं। उन्होंने मेवात पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि औद्योगिक कार्य किसी भी हालत में बाधित नहीं होना चाहिए।
HSIDC का आह्वान: सहयोग करें, विकास में भागीदार बनें
हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HSIDC) के वरिष्ठ अधिकारी सुनील शर्मा ने किसानों से अपील की है कि वे सरकार का साथ दें और औद्योगिक विकास में सहयोग करें। उन्होंने कहा:
“सोहना IMT सिर्फ एक परियोजना नहीं, बल्कि मेवात के भविष्य का आधार है। इस क्षेत्र के विकास से मेवात के युवाओं को रोजगार मिलेगा और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।”
उन्होंने कहा कि HSIDC दिन-रात मेहनत कर इस क्षेत्र को विकसित करने में जुटा है और सरकार हर कदम पर स्थानीय लोगों के साथ है।
सोहना IMT: हरियाणा का नया औद्योगिक हब
गौरतलब है कि सोहना IMT औद्योगिक क्षेत्र करीब 1500 एकड़ में फैला हुआ है और मानेसर-पलवल-कुंडली एक्सप्रेसवे के पास स्थित है। यह क्षेत्र अब विदेशी निवेशकों की नजर में है, और अनेक बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ यहां अपने कारखाने स्थापित कर चुकी हैं।
HSIDC ने अधिकतर उद्योगपतियों को प्लॉट आवंटित कर दिए हैं और क्षेत्र में आधारभूत ढांचे का विकास तेज़ी से हो रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से हरियाणा पुलिस के करीब 100 जवान 24 घंटे निगरानी बनाए हुए हैं।
राजनीतिक लाभ के लिए किसानों के नाम पर विरोध?
सूत्रों के अनुसार, कुछ स्थानीय राजनीतिक तत्व किसानों के नाम पर विरोध कर रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि सरकार पहले ही मुआवजा दे चुकी है और क्षेत्र के कई लोगों को रोजगार भी मिल चुका है। सरकार का मानना है कि यह विरोध केवल राजनीति से प्रेरित है और इसे किसी सूरत में अब सहन नहीं किया जाएगा।
हरियाणा सरकार का यह रुख स्पष्ट करता है कि औद्योगिक विकास की राह में बाधा डालने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री दोनों ने विकास के खिलाफ चल रहे किसी भी प्रकार के उत्पाद और विरोध को राज्य के विकास के विरुद्ध बताया है और सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। सोहना IMT को लेकर सरकार का यह सख्त रुख पूरे प्रदेश के लिए एक सन्देश है कि औद्योगिक विकास सर्वोपरि है और इसे किसी भी कीमत पर रोका नहीं जाएगा।