
पत्नी के खाते में जमा 49 लाख रुपये भी जब्त
फरीदाबाद, 17 मई। हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की मुहिम ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। फरीदाबाद एसीबी टीम ने 50 करोड़ रुपये के सरकारी खजाने की लूट मामले में गिरफ्तार किए गए तेजेन्द्र कुमार, क्लर्क (जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय, पलवल), के खिलाफ कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में अवैध नकदी बरामद की है।
जांच अधिकारियों ने तेजेन्द्र कुमार की बहन के मकान से छापा मारकर 20 लाख 500 रुपये नकद बरामद किए। इसके अलावा, आरोपी की पत्नी के बैंक खाते की जांच में सामने आया कि उसमें 49 लाख 20 हजार रुपये की बड़ी रकम जमा की गई थी। संदेहास्पद लेन-देन को देखते हुए संबंधित खाता तत्काल प्रभाव से फ्रीज कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
इस हाई-प्रोफाइल घोटाले का खुलासा उस समय हुआ जब एंटी करप्शन ब्यूरो को सूचना मिली कि जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय, पलवल में सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में बड़े स्तर पर वित्तीय अनियमितताएं की जा रही हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि लगभग 50 करोड़ रुपये की सरकारी राशि का गबन किया गया है, जिसमें विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत होने की आशंका है।
जांच में तेजी लाते हुए एसीबी टीम ने तेजेन्द्र कुमार को गिरफ्तार किया और उसके ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया गया। पूछताछ के दौरान कई अहम सुराग हाथ लगे, जिसके बाद उसकी बहन के मकान पर छापेमारी की गई और वहां से नकद रकम बरामद हुई।
रिश्वतखोरी पर करारा प्रहार
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में केवल तेजेन्द्र कुमार ही नहीं, बल्कि अन्य अधिकारियों और बिचौलियों की भी भूमिका जांच के घेरे में है। जल्द ही अन्य गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। एक अधिकारी ने कहा,
“रिश्वतखोरों और उनके दलालों को यह भ्रम होता है कि वे कभी कानून की पकड़ में नहीं आएंगे, लेकिन ACB हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रख रही है और कानून से बच पाना नामुमकिन है।”
आगे की कार्रवाई
ACB इस केस को एक मॉडल केस के रूप में देख रही है ताकि सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सख्त संदेश दिया जा सके। आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और अन्य जांच एजेंसियों से भी संपर्क किया जा सकता है।
इस कार्रवाई के बाद राज्य भर में सरकारी दफ्तरों में हड़कंप मचा हुआ है और अन्य संदिग्धों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है।