
स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार और आजीविका के अवसर भी उत्पन्न करना है।
राज्य में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई है
लखनऊ उत्तर 20 मई। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने सनातन संस्कृति और आस्था को सम्मान देने के साथ-साथ धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हाल ही में, मुख्यमंत्री ने राज्य में मंदिरों के पुनर्निर्माण और धार्मिक स्थलों के विकास की योजनाओं की घोषणा की है। इन पहलों के तहत, अयोध्या, काशी, मथुरा, गोरखपुर, चित्रकूट, नैमिषारण्य, और अन्य धार्मिक स्थलों के विकास के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है, बल्कि स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार और आजीविका के अवसर भी उत्पन्न करना है।
कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार की दिशा में भी कई कदम उठाए हैं।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार की दिशा में भी कई कदम उठाए हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2016 की तुलना में डकैती, लूट, हत्या, बलवा, फिरौती, दहेज हत्या, और बलात्कार जैसी आपराधिक घटनाओं में महत्वपूर्ण कमी आई है। इसके अलावा, पुलिस बल में 1.56 लाख नई भर्तियां की गई हैं, और 60,200 पुलिसकर्मियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। राज्य में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई है, और एटीएस की नई यूनिट स्थापित की गई है। इसके साथ ही, महिला पीएसी की तीन नई बटालियन बनाई गई हैं। इन पहलों का उद्देश्य राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को मजबूत करना और नागरिकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है।
इन प्रयासों के माध्यम से, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को एक समृद्ध, सुरक्षित, और धार्मिक दृष्टि से समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन पहलों से राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे, और नागरिकों को एक सुरक्षित और समृद्ध वातावरण मिलेगा।