
यह समय युद्ध और हिंसा फैलाने का नहीं, बल्कि दुनिया को खूबसूरत बनाने का है।
गुरुग्राम, 20 मई 2025 – अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र के संस्थापक, प्रख्यात जैन आचार्य लोकेश ने गुरुग्राम स्थित भारत के पहले विश्व शांति केंद्र से देश और दुनिया के श्रद्धालुओं को संदेश दिया।
विश्व शांति के लिए वैश्विक पहल
विश्व शांति और सद्भावना की स्थापना करना हमारा प्रथम उद्देश्य है।
आचार्य लोकेश ने कहा कि यह समय युद्ध और हिंसा फैलाने का नहीं, बल्कि दुनिया को खूबसूरत बनाने का है। उन्होंने बताया कि विश्व शांति केंद्र संघर्ष और अशांति के निवारण के लिए वैश्विक स्तर पर पीस एंबेसडर और पीस सोल्जर नियुक्त करेगा। ये शांति दूत शांतिपूर्ण समाधान को बढ़ावा देने, व्यक्तियों और समूहों के बीच सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे। विकास के लिए शांति आवश्यक है, और विश्व शांति और सद्भावना की स्थापना करना हमारा प्रथम उद्देश्य है।
पीस एजुकेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम
विश्व शांति केंद्र में शीघ्र ही पीस एजुकेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा।
आचार्य लोकेश ने यह भी बताया कि गुरुग्राम स्थित विश्व शांति केंद्र में शीघ्र ही पीस एजुकेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को शांति, अहिंसा, और सद्भावना के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा।
समाजसेवियों की अपील:
वैश्विक यात्रा पर जाएं
प्रख्यात समाजसेवी अभय कुमार जैन श्रीमाल, सम्पतराज चपलोत और किशोर जैन खबिया ने आचार्य लोकेश से अपील की कि वे भारत, पाकिस्तान, यूक्रेन-रूस, और इज़राइल-फिलिस्तीन जैसे संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में शांति और सद्भावना की स्थापना के लिए अपने प्रयासों को गति दें। उन्होंने आचार्य लोकेश से अनुरोध किया कि वे वैश्विक यात्रा पर जाएं और वहां शांति और सद्भावना के क्षेत्र में कार्यरत लोगों और नीति निर्माताओं से भेंट कर शांति की स्थापना के लिए प्रयासों को तेज करें।
समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आचार्य लोकेश की पहल से यह स्पष्ट होता है कि शांति और सद्भावना की स्थापना के लिए वैश्विक स्तर पर प्रयासों की आवश्यकता है। विश्व शांति केंद्र की यह पहल समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।