तीनों हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं
इनकी कीमत का अहसास तब होता है जब हम इन्हें खो देते हैं।
जीवन के तीन अनमोल पहलुओं—समय, संबंध और सेहत—की महत्ता को दर्शाती है। ये तीनों हमारे जीवन के अभिन्न अंग हैं और इनकी कीमत का अहसास तब होता है जब हम इन्हें खो देते हैं।
⏳ समय: अनमोल और सीमित
समय वह संसाधन है जिसे हम कभी वापस नहीं पा सकते। कवि सियारामशरण गुप्त ने कहा है:
“समय सबसे बड़ी संपत्ति है। इसका महत्त्व धन से भी ज्यादा है। परिश्रमी व्यक्ति समय का हमेशा सदुपयोग करते हैं। वे आलस नहीं करते। उन्हें पता है कि अगर समय को व्यर्थ जाने दिया तो यह लौटकर नहीं आयेगा।”
समय की कीमत तभी समझ में आती है जब वह बीत जाता है और हम उसे वापस नहीं ला सकते।
🤝 संबंध: सच्चे साथी की पहचान
संबंधों में अक्सर स्वार्थ और लेन-देन की भावना होती है। लेकिन संत कबीरदास ने कहा है:
“सार आहि संगति निरबाँनाँ, और सबै असार करि जाना।”
अर्थात, केवल संतों की संगति ही जीवन को सार्थक बनाती है, अन्य सभी संबंध असार होते हैं। सच्चे संबंध वही हैं जो आत्मिक स्तर पर होते हैं, न कि केवल भौतिक या स्वार्थपूर्ण।
💪 सेहत: जीवन की आधारशिला
स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने कहा:
“राम का नाम लेने से ही सारी परेशानियां दूर होती हैं, आत्मबल आता है और जिनके अंदर आत्मबल आता है, वो बुलंदियां छू जाते हैं।”
अच्छे स्वास्थ्य के लिए मानसिक शांति और आत्मबल आवश्यक हैं। स्वास्थ्य को प्राथमिकता देकर हम जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
इन तीनों पहलुओं—समय, संबंध और सेहत—की कीमत का अहसास हमें तभी होता है जब हम इन्हें खो देते हैं। इसलिए इनकी महत्ता को समझकर इनका सही उपयोग करें।