
पहले की सरकारों के दौरान पुलिस लाइन जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी थी
लखनऊ उत्तर 21 मई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कासगंज जिले में ₹724 करोड़ की 60 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में प्रमुख आकर्षण ₹191 करोड़ की लागत से निर्मित अत्याधुनिक पुलिस लाइन है, जो 25.63 हेक्टेयर क्षेत्र में फैली है। इस परियोजना का उद्देश्य प्रदेश में पुलिस बल की कार्यकुशलता और आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करना है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पुलिस बल के आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारतीय सेना के आधुनिकीकरण के समान बताया।
पुलिस लाइन जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी थी
मुख्यमंत्री ने कासगंज की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता को रेखांकित करते हुए सोरों को अयोध्या, मथुरा और वृंदावन की तर्ज पर विकसित करने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति की सराहना की और पूर्व सरकारों पर कानून व्यवस्था की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों के दौरान पुलिस लाइन जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी थी, जिससे पुलिस अधिकारियों को ब्लॉक स्तर पर काम करने के लिए मजबूर होना पड़ता था।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत लाभार्थियों को आवासीय पट्टे, शिक्षा टैबलेट, आयुष्मान भारत कार्ड, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के तहत ₹5 लाख के चेक और अन्य लाभ वितरित किए। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्मार्ट पुलिसिंग पहल की सराहना की और कासगंज पुलिस को स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड 2025 प्रदान किया।
इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार अब पुलिस सुविधाओं को प्राथमिकता दे रही है, जो पहले उपेक्षित थीं। यह कदम प्रदेश की 25 करोड़ जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।