
आपको सावधानियां बरतने की जरूरत है
अपनी इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत है।
नई दिल्ली 21 मई। सोशल मीडिया पर इन दिनों कोविड-19 के नए वेरिएंट JN.1 की चर्चा तेज़ हो गई है। यह वेरिएंट ओमिक्रोन BA.2.86 का सब-वेरिएंट है और हाल ही में सिंगापुर, हांगकांग, थाईलैंड, चीन और भारत में इसके मामलों में वृद्धि देखी गई है। भारत में 2o मई 2025 तक कुल 257 सक्रिय मामले सामने आए हैं, जिनमें से अधिकांश केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से हैं ।
JN.1 वेरिएंट: क्या यह खतरनाक है?
विशेषज्ञों के अनुसार, JN.1 वेरिएंट हल्के लक्षण उत्पन्न करता है, जैसे कि बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, थकान, नाक बहना, स्वाद या गंध का न आना, और दस्त। हालांकि, कुछ मामलों में दस्त अधिक देखा गया है । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ (VOI) के रूप में वर्गीकृत किया है, लेकिन यह गंभीर स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न नहीं करता है ।
आप स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट या निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
बचाव के उपाय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, JN.1 वेरिएंट से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियाँ बरतनी चाहिए:
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मास्क पहनें: भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना अनिवार्य है।
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हाथ धोएं: बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोएं या हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
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सोशल डिस्टेंसिंग: कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें।
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लक्षण दिखने पर जांच कराएं: यदि बुखार, खांसी, गले में खराश या दस्त जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत कोविड-19 की जांच कराएं।
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टीकाकरण: यदि आपने कोविड-19 का टीका नहीं लिया है, तो इसे जल्द से जल्द लगवाएं।
अभी तक गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण नहीं बना है।
हालांकि JN.1 वेरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन यह अभी तक गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण नहीं बना है। फिर भी, सतर्कता बनाए रखना और उपरोक्त सावधानियाँ बरतना आवश्यक है ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके।
अधिक जानकारी के लिए, आप स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट या निकटतम स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।