
पंजाब पुलिस की वापसी, 296 जवानों की होगी तैनाती
चंडीगढ़, 22 मई।
देश की रणनीतिक दृष्टि से अहम भाखड़ा डैम की सुरक्षा अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) को सौंप दी गई है। पंजाब पुलिस, जो अब तक भाखड़ा बांध की सुरक्षा संभाल रही थी, को इस जिम्मेदारी से वापस बुला लिया गया है। अब कुल 296 CISF जवान डैम की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, क्योंकि भाखड़ा डैम न केवल पंजाब और हिमाचल प्रदेश के लिए बल्कि उत्तर भारत के बड़े हिस्से की जल और विद्युत आपूर्ति का एक अहम केंद्र है। इस स्थान पर आतंकी खतरे की दृष्टि से पहले भी चिंता जताई जा चुकी है।
🔒 सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव क्यों?
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भाखड़ा डैम एक राष्ट्रीय संपत्ति और क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर (Critical Infrastructure) है।
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केंद्र सरकार ने निर्णय लिया कि इस प्रकार की महत्वपूर्ण परियोजनाओं की सुरक्षा अब विशेष रूप से प्रशिक्षित अर्धसैनिक बलों, विशेषकर CISF को ही दी जानी चाहिए।
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CISF देश के हवाई अड्डों, परमाणु संयंत्रों, बंदरगाहों और बड़े औद्योगिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा पहले से संभाल रही है।
📍 तैनाती की रूपरेखा:
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296 जवानों की टुकड़ी को विशेष रूप से भाखड़ा डैम की आंतरिक और बाहरी परिधि की सुरक्षा हेतु प्रशिक्षित किया गया है।
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डैम की 24×7 निगरानी, सीसीटीवी नेटवर्क, और पैट्रोलिंग सिस्टम अब CISF के नियंत्रण में होगा।
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जवानों को अत्याधुनिक हथियार और निगरानी उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।
🛡️ पंजाब पुलिस की भूमिका खत्म
अब तक भाखड़ा डैम की सुरक्षा पंजाब पुलिस के हवाले थी, लेकिन केंद्र सरकार के आदेश के बाद उसे पूरी तरह से हटा लिया गया है। इससे पहले, राज्य और केंद्र के बीच इस सुरक्षा बदलाव को लेकर सहमति बनाई गई थी।