
गुरुग्राम, 22 मई 2025:
गुरुग्राम के एसजीटी यूनिवर्सिटी में आयोजित एक विशेष समारोह में 12वीं कक्षा में 70% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 300 से अधिक विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह छात्रों की कड़ी मेहनत, संकल्प और समर्पण को सराहने के लिए आयोजित किया गया था।
इस मौके पर गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा (IPS) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ उप पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) डॉ. राजेश मोहन, एसीपी (साइबर) प्रियांशु दीवान और एसजीटी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. हेमंत वर्मा, प्रो-वाइस चांसलर सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद कुलपति डॉ. हेमंत वर्मा ने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा, “यह उपलब्धि अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। यदि यही समर्पण बना रहा, तो जीवन में कोई भी लक्ष्य दूर नहीं रहेगा।”
मुख्य अतिथि पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “स्वयं पर विश्वास रखें, आध्यात्मिक दृष्टिकोण अपनाएं और अपने आदर्शों को जीवन में उतारें। छात्र जीवन में आत्मिक उन्नति व्यक्ति को नकारात्मकता से उबार सकती है।”
डायल-112 और साइबर हेल्पलाइन 1930 के बारे में जानकारी
पुलिस अधिकारियों ने डायल-112 मोबाइल ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह ऐप किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित पुलिस सहायता प्रदान करता है। ऐप में पहले से डाली गई व्यक्तिगत जानकारी के आधार पर पुलिस सीधे लोकेशन ट्रेस कर सकती है, जिससे पीड़ित को नाम, नंबर या पता बताने की आवश्यकता नहीं पड़ती। यह प्रणाली विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाती है।
साथ ही, साइबर अपराधों से सुरक्षा को लेकर भी विस्तृत जानकारी दी गई। अधिकारियों ने छात्रों और उपस्थित स्टाफ को बताया कि ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता बेहद जरूरी है। किसी भी साइबर ठगी की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए ताकि समय रहते धोखाधड़ी को रोका जा सके।
पुलिस की छवि और बच्चों के विचार
पुलिस आयुक्त ने छात्रों से संवाद करते हुए समाज में पुलिस की सकारात्मक और नकारात्मक छवि को लेकर भी चर्चा की। विद्यार्थियों ने “मेरा भारत महान” विषय पर अपने विचार साझा करते हुए राष्ट्र के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।
करियर मार्गदर्शन भी हुआ उपलब्ध
कार्यक्रम में करियर काउंसलिंग की भी व्यवस्था की गई थी, जहां विशेषज्ञों की टीम ने छात्रों को उनके रुचि और क्षमताओं के अनुरूप करियर विकल्प सुझाए। इससे छात्रों को आगे की शिक्षा और पेशेवर दिशा चुनने में सहायता मिली।