
चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू) में कर्मचारियों की नियुक्तियों में हो रही अ
📍 चंडीगढ़ | 25 मई 2025
रिपोर्ट: विशेष संवाददाता
जननायक जनता पार्टी (JJP) के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने सिरसा स्थित चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू) में कर्मचारियों की नियुक्तियों में हो रही अनियमितताओं को लेकर कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इन नियुक्तियों को “पद का दुरुपयोग” बताते हुए हरियाणा के राज्यपाल से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
🧾 कुलपति पर लगे भाई-भतीजावाद के आरोप
चौटाला ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान कुलपति अपनी मनमर्जी से पुराने कर्मचारियों को हटाकर अपने करीबियों की नियुक्ति कर रहे हैं, जो पूरी तरह गलत और गैर-कानूनी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि यूनिवर्सिटी में हॉस्टल वार्डन के रूप में कार्यरत दो महिला कर्मचारियों को बिना किसी वैध कारण के हटा दिया गया, जबकि सर्वोच्च न्यायालय की गाइडलाइन के अनुसार किसी स्थाई नियुक्ति तक उन्हें हटाया नहीं जा सकता।
“सीडीएलयू की स्थापना पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने युवाओं को उच्च शिक्षा देने के लिए की थी, लेकिन आज यहां का प्रशासन निजी हितों में लिप्त है,” – दिग्विजय चौटाला
चौटाला ने चेतावनी दी कि अगर कुलपति को तुरंत पद से नहीं हटाया गया, तो वे राज्यपाल से मिलकर उन्हें सीडीएलयू और गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय, दोनों से हटाने की मांग करेंगे।
🏛️ स्टूडेंट एक्टिविटी हॉल का नाम बदलने पर भी जताया विरोध
दिग्विजय चौटाला ने सीडीएलयू प्रशासन पर एक और गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट एक्टिविटी हॉल का नाम, जिसे पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. प्रकाश सिंह बादल के नाम पर रखा गया था, उसे बदलकर वीर सावरकर के नाम पर कर दिया गया है।
“मुझे वीर सावरकर से कोई आपत्ति नहीं, लेकिन प्रकाश सिंह बादल का योगदान खासतौर से किसानों के लिए ऐतिहासिक है। नाम बदलना उनका अपमान है,” – दिग्विजय चौटाला
उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि यदि सरकार इस पर उदासीन रही, तो जेजेपी सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी।
🔥 जांगड़ा पर भी बरसे दिग्विजय, भाजपा से हटाने की मांग
पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर विवादित टिप्पणी करने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा को लेकर भी दिग्विजय चौटाला ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि जब पूरा देश शोक में डूबा है, तब भाजपा सांसद द्वारा वीरांगनाओं पर सवाल उठाना शर्मनाक है।
“भाजपा को रामचंद्र जांगड़ा को तुरंत पार्टी से बाहर करना चाहिए। इस प्रकार के बयान राष्ट्रवाद के नाम पर देश को बांटने वाले हैं।”
🚧 भारतमाला एक्सप्रेसवे: चौटाला गांव को मिला राहतभरा तोहफा
दिग्विजय चौटाला ने बताया कि चौटाला गांव के पास भारतमाला परियोजना के अंतर्गत लंबे समय से बंद पड़ा एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा अब यातायात के लिए खोल दिया गया है। इससे क्षेत्र के ग्रामीणों और यात्रियों को भारी राहत मिली है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने 21 मई को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को पत्र लिखकर इस बंद हिस्से को तत्काल चालू करवाने की मांग की थी। उनकी पहल पर अब यातायात सुचारू हो गया है, जिससे आए दिन लगने वाला जाम और दुर्घटनाओं की संभावना खत्म हो गई है।
ग्रामीणों ने इस कार्य के लिए दिग्विजय चौटाला का आभार जताया और कहा कि उनकी सक्रियता से आमजन को वास्तविक राहत मिली है।
चौटाला की सक्रियता बढ़ा रही जेजेपी की उपस्थिति
दिग्विजय सिंह चौटाला एक ओर जहां सीडीएलयू जैसे शिक्षण संस्थानों में पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं, वहीं राज्य और राष्ट्रीय मुद्दों पर भी वे आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। भाजपा पर निशाना साधना, स्थानीय समस्याओं का समाधान निकालना और शैक्षणिक संस्थानों की स्वायत्तता की रक्षा करना उनके राजनीतिक एजेंडे में स्पष्ट रूप से झलकता है।