
क्या मुख्यमंत्री इस पर कोई बड़ी कार्रवाई करेंगे?
गुरुग्राम, 28 मई 2025 — देश की राजधानी दिल्ली से सटा और “साइबर सिटी” के नाम से मशहूर हरियाणा का गुरुग्राम अब अवैध कॉलोनी माफियाओं की गतिविधियों के चलते सुर्खियों में है। शहर के बीचोबीच विकसित हो रही अवैध कॉलोनियों पर न तो प्रशासन की सख्ती नजर आ रही है, न ही राजनीतिक इच्छाशक्ति। ऐसे में सवाल उठ रहा है — क्या मुख्यमंत्री इस पर कोई बड़ी कार्रवाई करेंगे?
🏙️ एयर फोर्स स्टेशन के पास कॉलोनियों का धड़ल्ले से निर्माण
गुरुग्राम में एयर फोर्स स्टेशन जैसे संवेदनशील इलाके के आसपास तक अवैध कॉलोनियों का निर्माण बिना किसी भय के जारी है। सूत्रों की मानें तो इस पूरे नेटवर्क के तार न केवल गुरुग्राम तक सीमित हैं, बल्कि चंडीगढ़ और दिल्ली के ऊँचे पदों तक जुड़े हुए हैं। यही कारण है कि प्रशासनिक अधिकारी इस पर कोई ठोस कदम उठाने से कतरा रहे हैं।
⚖️ प्रशासन की चुप्पी और दोहरी नीति पर सवाल
गुरुग्राम जिला प्रशासन को इस पूरे अवैध कॉलोनी तंत्र की जानकारी होने के बावजूद भी बिजली और पानी जैसे मूलभूत कनेक्शन धड़ल्ले से दिए जा रहे हैं। इस व्यवस्था पर लोगों का आरोप है कि प्रशासनिक मिलीभगत और राजनीतिक संरक्षण की वजह से यह गोरखधंधा फल-फूल रहा है।
डीटीपी (टाउन प्लानिंग विभाग) के अधिकारी आर.एस. भाट को कड़क और अनुशासनप्रिय अधिकारी माना जाता है, लेकिन उनके नेतृत्व में भी जिन कॉलोनियों का सत्ताधारी नेताओं से संबंध बताया जाता है, उन पर कार्रवाई नहीं होती। वहीं गरीब और झोपड़ीवासियों पर बुलडोजर चलाने में कोई देर नहीं की जाती।
🤝 राजनीति और माफिया गठजोड़ का आरोप
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का दावा है कि अवैध कॉलोनी माफियाओं को सत्ता पक्ष के नेताओं का खुला संरक्षण प्राप्त है, जिस वजह से अधिकारी कार्रवाई से कतराते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि क्या मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे, या ये धंधा यूँ ही फलता-फूलता रहेगा?
🏚️ दोगली नीति से जनता में नाराजगी
विरोधियों और शहरवासियों का आरोप है कि जब कोई आम नागरिक अपने घर का छज्जा निकालता है, तो तुरंत नगर निगम और प्रशासन के अधिकारी कार्रवाई करते हैं। वहीं दूसरी ओर, शहर के बीचोंबीच कॉलोनी काटने वाले माफिया बिलकुल बेखौफ हैं।
📢 जनता का सवाल: “कब होगी सख्त कार्रवाई?”
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क्या गुरुग्राम का जिला प्रशासन वाकई में अवैध कॉलोनियों से अंजान है?
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क्या इन कॉलोनियों को राजनीतिक समर्थन प्राप्त है?
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आखिर क्यों नहीं हो पा रही एयर फोर्स स्टेशन के पास कॉलोनियों पर कार्रवाई?
इन सवालों के जवाब जानने के लिए जनता और पत्रकारिता जगत की निगाहें अब मुख्यमंत्री की ओर हैं।
📝 समाप्ति टिप्पणी
गुरुग्राम के लोग जवाब चाहते हैं। यदि सरकार वाकई में “भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन” की बात करती है, तो अब वक्त आ गया है कि अवैध कॉलोनी माफियाओं पर सीधी और सख्त कार्रवाई की जाए — चाहे वे कितने ही प्रभावशाली क्यों न हों।
हम इस विषय पर निरंतर रिपोर्टिंग करते रहेंगे, क्योंकि जब तक न्याय नहीं होगा, सवाल उठते रहेंगे।
🖊️ — विशेष संवाददाता, गुरुग्राम