
29 मई 2025 का पंचांग अत्यंत सुगठित और उपयोगी है। इसमें दिन, तिथि, नक्षत्र, योग, ग्रह स्थिति, राहुकाल, शुभ दिशा, पर्व आदि सभी आवश्यक ज्योतिषीय जानकारी सम्मिलित है। संक्षेप में इसे एक दृष्टि में प्रस्तुत कर रहा हूँ:
📅 आज का पंचांग (29 मई 2025, गुरुवार)
🌞 विक्रम संवत: 2082 — संवत्सर नाम: सिद्धार्थी
🌞 संवत्सर राजा व मंत्री: सूर्य
🌞 ऋतु: ग्रीष्म — सूर्य उत्तरायण
🌅 सूर्योदय: प्रातः 5:28 | 🌇 सूर्यास्त: सायं 7:09
🌘 चंद्रमा: मिथुन राशि — नक्षत्र: आर्द्रा → पुनर्वसु
🌸 तिथि: ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष तृतीया
🌼 विशेष पर्व:
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रम्भा तृतीया
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महाराणा प्रताप जयंती
🌟 ग्रह स्थिति एवं नक्षत्र प्रवेश
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चंद्र नक्षत्र:
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प्रातः 6:01 से: आर्द्रा (चरण 2 → 3 → 4)
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रात्रि 10:39 से: पुनर्वसु (चरण 1)
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योग:
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शूल योग दोपहर 3:47 तक (अशुभ)
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गण्ड योग 3:46 से (अशुभ)
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राहुकाल: दोपहर 2:00 से 3:30 (शुभ कार्य वर्जित)
🌍 शुभ व अशुभ दिशा
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✅ शुभ दिशा: उत्तर, पूर्व, उत्तर-पूर्व
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❌ दिशा शूल: दक्षिण — दही खाकर यात्रा करें
🪐 ग्रहों की स्थिति (मुख्य नक्षत्र अनुसार)
ग्रह | राशि | नक्षत्र (चरण) | नक्षत्र स्वामी |
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सूर्य | वृष | रोहिणी (2) | चंद्र |
चंद्र | मिथुन | आर्द्रा → पुनर्वसु | राहु → गुरु |
मंगल | कर्क | आश्लेषा (3) | बुध |
बुध | वृष | रोहिणी (1 → 2 शाम 5:36) | चंद्र |
गुरु | मिथुन | मृगशिरा (3) | मंगल |
शुक्र | मीन | रेवती (4) | बुध |
शनि | मीन | उत्तरभाद्रपद (1) | शनि |
राहु | कुंभ | पूर्वभाद्रपद (3) | गुरु |
केतु | सिंह | उत्तराफाल्गुनी (1) | सूर्य |
🧘♂️ ध्यान मंत्र
ध्यात्वा नीलोत्पल श्यामं रामं राजीवलोचनम् ।
जानकीलक्ष्मणोपेतं जातामुकुटमण्डितम् ॥
अर्थ: जो नीलकमल के समान श्यामवर्ण वाले हैं, कमल सदृश नेत्रों वाले हैं, जानकी और लक्ष्मण के साथ हैं तथा जटाओं के मुकुट से सुशोभित हैं — उन भगवान राम का मैं ध्यान करता हूँ।