
किसानों की आय में इजाफा
📍 लखनऊ, उत्तर प्रदेश | 30 मई 2025
उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते आठ वर्षों में सिंचाई क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए 1100 से अधिक छोटी-बड़ी सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन प्रयासों से न केवल कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है, बल्कि किसानों की आय में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है।
🚜 सिंचाई योजनाओं का असर:
🔹 विभिन्न जिलों में नहरों की मरम्मत, नई नहरों का निर्माण, और जलाशयों के पुनर्जीवन का काम प्राथमिकता पर किया गया है।
🔹 ड्रिप इरिगेशन और माइक्रो इरिगेशन को बढ़ावा देकर जल संरक्षण और फसल उत्पादन दोनों को बढ़ाया गया है।
🔹 सूखा प्रभावित और पिछड़े इलाकों में लघु सिंचाई परियोजनाएं किसानों के लिए वरदान साबित हो रही हैं।
🌱 कृषि उत्पादन और आमदनी में सुधार:
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माइक्रो इरिगेशन तकनीक ने पानी की बर्बादी कम की और फसल की गुणवत्ता में सुधार किया।
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कम पानी में अधिक उत्पादन संभव होने से किसानों का लागत खर्च घटा और लाभ बढ़ा।
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सरकार की अनुदान योजनाओं से छोटे और सीमांत किसान भी तकनीक से जुड़ पा रहे हैं।
📣 सरकार का बयान:
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा:
“हमारा लक्ष्य है कि हर खेत तक पानी पहुंचे — वो भी आधुनिक और वैज्ञानिक तरीके से। सिंचाई में आत्मनिर्भरता ही कृषि क्षेत्र को मजबूती दे सकती है।”
📊 8 वर्षों में सिंचाई क्षेत्र में बदलाव की झलक:
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✅ 1100+ परियोजनाएं स्वीकृत और चालू
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✅ ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पर भारी अनुदान
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✅ कृषि उत्पादन में औसतन 20-25% की बढ़ोतरी
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✅ किसानों की औसत आय में लगातार इजाफा
🌾 आधुनिक सिंचाई = खुशहाल किसान
इन योजनाओं और तकनीकों ने यह सिद्ध किया है कि जब सिंचाई की व्यवस्था मजबूत होती है, तो किसान का भविष्य भी सुनिश्चित और सुरक्षित होता है।
उत्तर प्रदेश सरकार की यह नीति “हर खेत तक पानी और हर हाथ को काम” के लक्ष्य को साकार कर रही है।
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