
मां का कहना है कि ये भुगतान चांदनी चौक के एक दुकानदार के कहने पर किए गए थे,
नई दिल्ली जींद हरियाणा 1जून। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सुबह हरियाणा के जींद जिले में एक जिम और वस्त्र व्यवसायी कशिश के आवास पर छापेमारी की। यह कार्रवाई पाकिस्तान से जुड़े संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के मामले में की गई।
संदिग्ध लेन-देन की जांच
यह कार्रवाई पाकिस्तान से जुड़े जासूसी नेटवर्क के खिलाफ चल रही राष्ट्रीय जांच का हिस्सा है।
सूत्रों के अनुसार, कशिश ने एक वर्ष पहले दो संदिग्ध लेन-देन किए थे—पहला ₹9,000 और दूसरा ₹7,000—जो एक बैंक खाते में किए गए थे, जिसे पाकिस्तान से जुड़े व्यक्तियों से जोड़ा जा रहा है। कशिश की मां का कहना है कि ये भुगतान चांदनी चौक के एक दुकानदार के कहने पर किए गए थे, जिससे उनका बेटा लाहौर-शैली के कपड़े मंगवाता था। उनका कहना है कि इन लेन-देन में कुछ संदिग्ध नहीं है और वे एनआईए की जांच के बाद उनके बेटे की रिहाई की उम्मीद करती हैं।
एनआईए की कार्रवाई
एनआईए की 12 सदस्यीय टीम ने सुबह 5 बजे से लेकर लगभग 11 बजे तक कशिश के आवास की छानबीन की। इस दौरान स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था संभाली, लेकिन उन्होंने मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की। एनआईए ने कशिश को पूछताछ के लिए अपने साथ ले लिया है।
एनआईए की यह कार्रवाई पाकिस्तान से जुड़े जासूसी नेटवर्क के खिलाफ चल रही राष्ट्रीय जांच का हिस्सा है। हाल के महीनों में, एनआईए ने विभिन्न राज्यों में पाकिस्तान से जुड़े जासूसों और संदिग्धों के खिलाफ कई छापेमारी की हैं। इनमें हरियाणा की हिसार में एक यूट्यूबर की गिरफ्तारी भी शामिल है, जो पाकिस्तान के खुफिया एजेंटों के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से संवेदनशील जानकारी साझा कर रही थी।
एनआईए की जींद में की गई यह कार्रवाई दर्शाती है कि सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान से जुड़े संभावित जासूसी नेटवर्क की पहचान और उनका पर्दाफाश करने के लिए सतर्क हैं। इस मामले में कशिश की भूमिका की जांच की जा रही है, और आगे की कार्रवाई के लिए जांच जारी है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हरियाणा के जींद जिले में एक जिम और वस्त्र व्यवसायी, काशिश, के घर पर छापेमारी की। यह कार्रवाई एक साल पहले पाकिस्तान से जुड़े व्यक्तियों के बैंक खाते में की गई ₹16,000 की दो संदिग्ध लेन-देन (₹9,000 और ₹7,000) के आधार पर की गई। NIA की 12 से अधिक अधिकारियों की टीम ने सुबह 5 बजे से शुरू होकर छह घंटे तक चली इस छापेमारी के बाद काशिश को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
NIA ने आठ राज्यों में 15 स्थानों पर छापेमारी की थी,
काशिश की मां का कहना है कि ये भुगतान चांदनी चौक के एक दुकानदार के कहने पर किए गए थे, जिनसे उनका बेटा लाहौर-शैली के कपड़े मंगवाता था। उनका कहना है कि इन लेन-देन में कुछ संदिग्ध नहीं है और वे उम्मीद करती हैं कि NIA की पूछताछ के बाद उनका बेटा रिहा हो जाएगा। स्थानीय पुलिस ने इस दौरान क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित की, लेकिन उन्होंने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की।
यह छापेमारी पाकिस्तान से जुड़े जासूसी मामलों में NIA की हालिया सक्रियता के बीच हुई है। 31 मई को NIA ने आठ राज्यों में 15 स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल शामिल थे। इन छापेमारीयों का उद्देश्य पाकिस्तान के खुफिया ऑपरेटरों से जुड़े व्यक्तियों के ठिकानों पर कार्रवाई करना था।
इससे पहले, हरियाणा की एक यूट्यूबर, ज्योति मल्होत्रा, को मई में गिरफ्तार किया गया था। उन पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े व्यक्तियों को संवेदनशील जानकारी देने का आरोप था। उनकी गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से जासूसी गतिविधियों की बढ़ती चिंता को उजागर किया है।
NIA की यह कार्रवाई पाकिस्तान से जुड़े जासूसी मामलों में उनकी बढ़ती सक्रियता और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।