
कॉल सेन्टर का भंडाफोड़ करते हुए 05 आरोपियों को किया गिरफ्तार।
पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से 17 मोबाईल फोन व 03 लैपटॉप व 02 ATM कार्ड किए बरामद।
गुरुग्राम: 2 जून 2025 , एक कम्पनी के अकाउंटेंट/कर्मचारी ने पुलिस थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम की पुलिस टीम को लिखित कायत के माध्यम से बतलाया कि दिनाँक 19.05.2025 को किसी ने व्हाट्सएप के संदेश भेजकर व खुद को कम्पनी का मालिक (जिस कम्पनी में यह काम करता है) बताया तो इसने उसके कहे अनुसार दिनाँक 19.05.2025 से दिनाँक 27.05.2025 तक कम्पनी के खाते से विभिन्न बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर कर दिए। किसी अज्ञात द्वारा खुद को कम्पनी के मालिक का नाम बताकर इसको अपने विश्वास में लिया और धोखे से कम्पनी के बैंक खाते से विभिन्न बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर कराकर ठगी कर ली। इस शिकायत पर थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम में सबन्धित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।
दिल्ली से काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
प्रियांशु दीवान HPS, सहायक पुलिस सहायक साईबर अपराध, गुरुग्राम के नेतृत्व में तत्परता से कार्यवाही करते हुए निरीक्षक नवीन कुमार, प्रबंधक थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने उपरोक्त अभियोग में 04 आरोपियों को काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की पहचान 1. गौरव निवासी दिल्ली कैंट (दिल्ली), 2. जतिन शर्मा निवासी सिद्धार्थ इंक्लेव (दक्षिण दिल्ली), 3. शिवम् निवासी मीठापुर, बदरपुर (दिल्ली) व 4. अंकित निवासी हरीनगर एक्सटेंशन बदरपुर (दिल्ली) के रूप में हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपी गौरव व जतिन को दिनांक 29.05.2025 को तथा आरोपी शिवम् व अंकित को दिनांक 30.05.2025 को दिल्ली से काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
उपरोक्त आरोपियों से पुलिस पूछताछ में व अभियोग के अनुसन्धान के दौरान ज्ञात हुआ कि उपरोक्त अभियोग में ठगी गई राशि मे से 29 लाख 60 हजार रुपए उपरोक्त आरोपी गौरव के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे। आरोपी गौरव द्वारा अपना बैंक उपरोक्त आरोपी जतिन को बेचा गया था और जतिन द्वारा गौरव के बैंक खाते को अन्य आरोपी को बेचा था। आरोपी गौरव (खाताधारक) ने अपना बैंक खाता आरोपी जतिन को बैंक खाते में ट्रांसफर की जाने वाली राशि का 2% कमीशन/हिस्सा लेने के बदले में दिया और आरोपी गौरव आरोपी जतिन से 05 हजार रूपए प्राप्त भी कर चुका था। आरोपी जतिन ने गौरव के बैंक खाते को अपने एक अन्य साथी को बैंक खाते में आने वाली राशि के 4% कमीशन पर बेचा था तथा यह (आरोपी जतिन) भी अपने अन्य साथी से 25 हजार रुपए प्राप्त कर चुका था। पुलिस पूछताछ में आरोपी जतिन ने बताया कि इसने अपने 02 बैंक खातों सहित कुल 05 बैंक खाते अन्य साथी आरोपी/साईबर ठगों को बेच रखे है।
इसी प्रकार उपरोक्त अभियोग में ठगी गया धनराशि में से 32 लाख 50 हजार 301 रुपए उपरोक्त आरोपी शिवम के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे। आरोपी शिवम ने अपना यह बैंक खाता उपरोक्त आरोपी अंकित को 10 हजार रुपयों में बेचा था और आरोपी अंकित ने आरोपी शिवम के इस बैंक खाते को अपने किसी अन्य साथी आरोपी को 20 हजार रुपए में बेच दिया था।
पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त आरोपियों के कब्जा से कुल 03 मोबाईल फोन्स व 05 हजार रुपयों की नगदी बरामद की गई थी।
निरीक्षक नवीन कुमार, प्रबन्धक थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने उपरोक्त अभियोग की वारदात से सम्बन्धित पुलिस तकनीकी सहित विभिन्न माध्यमों से अनेकों सूचनाएं एकत्रित की गई तथा एकत्रित की गई सूचनाओं का गहनता से अवलोकन करने पर उपरोक्त अभियोग की वारदात को अंजाम देने की कुछ कड़ी सिवान (बिहार) से जुड़ी होना ज्ञात हुई।
वैध दस्तावेज मांगे तो वे लोग कोई वैध दस्तावेज पेश नही कर पाए।
पुलिस थाना साईबर अपराध दक्षिण, गुरुग्राम की पुलिस टीम उपरोक्त अभियोग में एकत्रित की गई सूचनाओं व पुलिस तकनीकी को आधार बनाकर आगामी कार्यवाही के लिए सिवान (बिहार) पहुँची। पुलिस टीम द्वारा जब आरोपियों के ठिकाने पर रेड़ की तो पाया कि 01 बन्द कमरें में 05 व्यक्ति मोबाईल फोन्स व लैपटॉप के माध्यम से विभिन्न बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर कर रहे है। पुलिस टीम द्वारा जब उनसे बैंकों में ट्रांजेक्शन करने से सम्बन्धित कोई अधीकृत/वैध दस्तावेज मांगे तो वे लोग कोई वैध दस्तावेज पेश नही कर पाए।
पुलिस टीम द्वारा आगामी कार्यवाही करते हुए उपरोक्त आरोपियों से उनका नाम व पता पूछा तो उन्होंने अपना नाम व पता 1. आफताब , 2. मोहम्मद आरिफ, 3. ईरशाद हुसैन, 4. वजीर अली व 5. अमलेश कुमार सभी निवासी खैरथल, पचौरा, जिला सिवान (बिहार) बतलाया। पुलिस टीम द्वारा उक्त सभी आरोपियों को उपरोक्त अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अनुसन्धान के दौरान उपरोक्त आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि ये सभी एक ही गाँव के रहने वाले है और इनके ही गाँव का रहने वाला इनका एक अन्य साथी इन्हें बैंक खाते उपलब्ध कराता है। इनका अन्य साथी इन्हें बताता है कि लोगों से विभिन्न मध्यामों से ठगी गई राशि इन्हें उपलब्ध कराए गए बैंक खाते में कब और कितनी ट्रांसफर करनी है और ये उसके कहे अनुसार बैंकों में रुपए ट्रांसफर करने की वारदातों को अंजाम देते है, जिसके बदले इनका साथी इन्हें प्रतिमाह 20 हजार रूपए वेतन तथा ट्रांसफर की गई राशि का 10% हिस्सा देता है। उपरोक्त अभियोग में ठगी गई राशि में से 01 करोड़ 60 लाख रुपए उपरोक्त आरोपियों के अन्य साथी द्वारा उपलब्ध कराए बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे, फिर बाद में इनके (उपरोक्त आरोपियों) द्वारा उन रुपयों को विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया था।
पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त आरोपियों के कब्जा से 17 मोबाईल फोन, 03 लैपटॉप व 02 ATM कार्ड बरामद किए गए है।
अब तक उपरोक्त मामले में कुल 09 (4+5) आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आगामी कार्यवाही के लिए आरोपियों को माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया जाएगा। अभियोग का अनुसन्धान जारी है।