
आरोपियों चिन्ता मनोज व अक्षय को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई।
सेबी रजिस्टर्ड कम्पनी होने के फर्जी दस्तावेज भेजकर विश्वास में लेने व एक ऐप इंस्टाल कराकर स्टॉक ट्रेडिंग इन्वेस्टमेंट में अच्छा मुनाफा कमाने का प्रलोभन देकर ठगी करने के मामले में पूर्व बैंक मैनेजर सहित 05 आरोपी गिरफ्तार।
आरोपी अपने साथी के माध्यम से साईबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने में थे संलिप्त।
कब्जा से 07 मोबाईल फोन, 02 लैपटॉप व 02 बैंक खातों की किट (करंट बैंक खाते जिनकी 5 करोड़ रुपए प्रति दिन की लिमिट) बरामद।
गुरुग्राम पुलिस द्वारा साईबर ठगी में संलिप्त अब तक कुल 34 बैंक कर्मचारियों को किया जा चुका है गिरफ्तार।
गुरुग्राम: 4 जून 2025 ,
▪️दिनाँक 18.03.2025 को एक व्यक्ति ने पुलिस थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम की पुलिस टीम को एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि दिनाँक 13.01.2025 को एक अज्ञात व्हाट्सऐप नम्बर से एक मैसेज प्राप्त हुआ जिसमें एक लिंक दिया हुआ था। इसको विश्वास में लेने के लिए उन्होंने इसको कंफर्मेशन मेल, सेबी से रेजिस्टर्ड कम्पनी के दस्तावेज भेजे। फिर व्हाट्सऐप चेटिंग करते हुए एक मोबाईल ऐप इंस्टाल करा ली और उसके माध्यम से इसको इन्वेस्टमेंट करके मुनाफा कमाने का प्रलोभन देते हुए इससे विभिन्न ट्रांजेक्शन करवाकर ठगी कर ली। इस सम्बन्ध में पुलिस थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम में सम्बन्धित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।
आरोपी गुरविन्द्र, रवि व रोहित को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
▪️प्रियांशु दीवान सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध, गुरुग्राम के नेतृत्व में निरीक्षक संदीप, प्रबन्धक थाना साईबर अपराध पश्चिम, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए उपरोक्त अभियोग में ठगी करने की वारदात को अंजाम देने में संलिप्त 05 आरोपियों को दिनाँक 01.06.2025 को जीरकपुर (पंजाब) से गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की। आरोपियों की पहचान 1. चिन्ता मनोज कुमार निवासी अंजनीपेट कोरेपाडू, जिला गुंटूर (आंध्र-प्रदेश), 2. गुरविन्द्र निवासी गाँव बुरथली, जिला जीन्द (हरियाणा), 3. रवि निवासी बस्सी पट्टी नजदीक दादा खेड़ा, जिला जीन्द (हरियाणा), रोहित कुमार निवासी गाँव कुलेरी, जिला हिसार (हरियाणा) व अक्षय निवासी गाँव पुना, जिला उन्ना (हिमाचल-प्रदेश) के रूप के हुई।
आरोपी अक्षय व्हाट्सऐप व टेलीग्राम इत्यादि ऐप्स के माध्यम से साईबर ठगों से जुड़ा हुआ था
▪️पुलिस टीम द्वारा अभियोग में नियमानुसार आगामी कार्यवाही करते हुए उपरोक्त आरोपियों को दिनाँक 02.06.2025 को न्यायालय में पेश करके आरोपी चिन्ता मनोज व आरोपी अक्षय को 02 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया तथा आरोपी गुरविन्द्र, रवि व रोहित को न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
▪️पुलिस अनुसन्धान में व उपरोक्त आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त अभियोग में ठगी गई राशि में से 04 लाख 40 हजार रुपए एक करंट बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे। यह करंट बैंक खाता उपरोक्त आरोपी चिन्ता मनोज ने अपने एक साथी आरोपी विकास (पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है) से 80 हजार रुपयों के खरीदा था और विकास ने यही बैंक खाता 40 हजार रुपयों में बैंक खाता धारक से खरीदा था। आरोपी चिन्ता मनोज ने उक्त बैंक खाते को रोहित को बैंक खाते में आने वाली राशि के 3% कमीशन पर दिया था तथा आरोपी रोहित ने आरोपी रवि व गुरविन्द्र के माध्यम से इस बैंक खाते को आरोपी अक्षय उपरोक्त को कमीशन पर दिया था, जिसके बदले ये अक्षय से कमीशन प्राप्त करते। आरोपी अक्षय व्हाट्सऐप व टेलीग्राम इत्यादि ऐप्स के माध्यम से साईबर ठगों से जुड़ा हुआ था और अक्षय ने ही उक्त बैंक खातों को साईबर ठगों तक पहुँचाया था, जिसका प्रयोग करके साईबर ठगों ने उपरोक्त अभियोग की वारदात को अंजाम दिया था।
गुरुग्राम पुलिस द्वारा उपरोक्त अभियोग में अब तक कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि उपरोक्त आरोपी चिन्ता मनोज पहले HDFC बैंक में मैनेजर के पद पर नौकरी करता था, वर्ष-2024 में इसने टारगेट का प्रेसर होने के कारण नौकरी छोड़ दी थी। गुरुग्राम पुलिस द्वारा साईबर ठगी में संलिप्त अब तक कुल 34 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त आरोपियों के कब्जा से 07 मोबाईल फोन, 02 लैपटॉप व 02 बैंक खातों की किट (करंट बैंक खाते जिनकी 5 करोड़ रुपए प्रति दिन की लिमिट) बरामद की गई है। गुरुग्राम पुलिस द्वारा उपरोक्त अभियोग में अब तक कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त अभियोग में आगामी कार्यवाही करते हुए उपरोक्त आरोपी चिन्ता मनोज व आरोपी अक्षय को 02 दिन के पुलिस हिरासत रिमांड के बाद आज दिनाँक 04.06.2025 को पुनः न्यायालय में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।