
हरियाणा में अरावली की पहाड़ियां खंडर हो गई, महानिदेशक को दिखाई नहीं देता।
नई दिल्ली 4 जून।
दिल्ली एनसीआर के आसपास हरियाणा में अरावली की पहाड़ी खंडर हो गई है लेकिन खनन एवं भू गर्भ विभाग के महानिदेशक फिर भी अधिकारियों की पीठ थपथपा रहे हैं जबकि अरावली की पहाड़ियों में हरियाली को नष्ट किया जा रहा है और पहाड़ियों के पत्थर से घर से लेकर फार्म हाउस तक का निर्माण हो रहा है मगर इसके बाद जूद भी माइनिंग अधिकारी कुंभ करनी नींद सोए हुए हैं किसी को कुछ दिखाई नहीं दे रहा और हरियाली दिन प्रतिदिन पहाड़ियों से नष्ट होती जा रही है मगर हरियाणा की सरकार और माइनिंग अधिकारी को दिखाई नहीं दे रहा।
राजस्थान के साथ लगती हुई हरियाणा के मेवात में दिन-रात अवैध माइनिंग हो रही है गांव के सरपंचों के साथ माइनिंग अधिकारी मिलकर हरी-भरी पहाड़ियों को बंजर बनाओं रहे हैं फिर भी माइनिंग विभाग के महानिदेशक केएम पांडुरंग कुछ नहीं कर पा रहे हैं उनकी नाक के नीचे अधिकारी धड़ले से मीनिंग कर रहे हैं।
गुरुग्राम शहर के नजदीक टिकरी और टिकली दोनों गांव की पहाड़ियां इस समय बंजर होती जा रही है और फार्म हाउस का निर्माण पहाड़ी के पत्थरों से ही हो रहा है और तकरीबन पहाड़ी को पत्थर माफिया और अधिकारियों की मिली भगत से टुकड़ों में फार्म हाउस मालिकों के लिए बचा जा रहा है।
कई बार एनजीटी की ओर से भी सरकार को लग चुकी है फटकार।
अवैध माइनिंग और पहाड़ियों से हरियाली नष्ट करने के मामले में एनजीटी की ओर से हरियाणा सरकार को कई बार फटकार लगा चुकी है लेकिन इसके बावजूद भी पहाड़ियों में अवैध माइनिंग बंद नहीं हो पा रही है यहां तक की जब-जब एनजीटी की फटकार लगाती है मीनिंग और तेज हो जाती है इन दोनों गांव के पहाड़ियों की बात करें अवैध रूप से फॉर्म हाउसहो का निर्माण अरावली की पहाड़ियों की चोटियों पर किया जा रहा है जिसमें पूर्व सांसद , सांसद और सत्ताधारी नेताओं के अलावा विपक्ष के नेताओं के भी बड़े-बड़े फार्म हाउस बने हुए हैं लेकिन इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही क्योंकि किसी भी अधिकारी की हिम्मत नहीं होती इन पहाड़ियों की ओर देखने की इसलिए लगातार इन पहाड़ियों में अवैध निर्माण जोरों पर हो रहा है और मीनिंग अधिकारियों की जानकारी होने के बावजूद भी अधिकारी अनजाने बने हुए हैं।
अवैध माइनिंग से हरियाणा प्रदेश की अन्य प्रदेशों में भी किरकिरी।
राजस्थान के साथ लगते हुए मेवात दिल्ली के साथ लगते हुए गुरुग्राम के टिकली और टिकरी के अलावा अन्य पहाड़ियों में अवैध निर्माण जोरों पर चल रहे हैं फार्म हाउस बनाए जा रहे हैं पहाड़ियों को खोखला किया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद भी मीनिंग अधिकारियों की आंखें नहीं खुल पा रही है।
अदालतों में भी हजारों मुकदमे।
हरी भरी पहाड़ियों में अवैध माइनिंग के मुकदमे हजारों की संख्या में है लंबित पड़े हुए हैं कोई देखने वाला नहीं है और अवैध माइनिंग माफिया सरकार पर लगातार भारी पड़ता जा रहा है खनन एवं भूमि गर्भ विभाग के महानिदेशक केएम पांडुरंग ने हाल ही में हरियाणा के मीनिंग अधिकारियों की बैठक ली जिसमें उन्होंने अफसोस जताया की प्रदेश में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को बाद मीनिंग हो रही है और अदालतों में हजारों केस लंबित पड़े हुए हैं विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे इसको लेकर महानिदेशक की ओर से कई अधिकारियों को भी फटकार लगाई गई इतना ही नहीं महानिदेशक की ओर से कहा गया कानन कंपनियों पर बकाया राशि की तुरंत माइनिंग अधिकारी रिकवरी करें और और अधिकारी मीनिंग रोकने के लिए प्रयास करें जिससे पहाड़ियों की हरियाली बचाई जा सके और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना हो सके।
आखिरकार क्यों नहीं रख पा रही मीनिंग।
सुप्रीम कोर्ट हरियाणा सरकार और एनजीटी की सख्ती के बावजूद भी क्यों नहीं रख पा रही मीनिंग अधिकारी क्या मीनिंग रोकने में सफल हो रहे हैं क्या कोई प्रभावशाली व्यक्ति के सामने माइनिंग विभाग झुका हुआ है आखिर क्या कारण है क्यों नहीं रख पा रही अवैध महीने।