
तीनों विभाग के अधिकारी उनकी तरफ देखने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे
राजनीतिक या अधिकारी का हिस्सा , नहीं तो कार्रवाई क्यों नहीं।
गुरुग्राम 10 जून।
साइबर सिटी गुरुग्राम शहर के बीचों बीच शीतला माता मंदिर के पास अवैध कॉलोनी का निर्माण बिना किसी डर के हो रहा आखिरकार शहर के बीच कौन दमदार अवैध कॉलोनी माफिया है जिसको किसी का भी डर नहीं है और सरेआम अवैध कॉलोनी का निर्माण हो रहा है।
गरीबों के घर तोड़े जाते हैं माफियाओं की कॉलोनी की ओर नजर नहीं।
गुरुग्राम नगर निगम जीएमडीए के अधिकारी गरीब लोगों के मकान को झुग्गियों को तोड़ देते हैं रेडी खोमचे वालों को शहर से भागने पर मजबूर कर रहे हैं इनकी रेडियो को तोड़ दिया जाता है लेकिन जो शहर के बीच अवैध कॉलोनी का निर्माण कर रहे हैं यह तीनों विभाग के अधिकारी उनकी तरफ देखने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे हैं पिछले दो महीने से शहर के बीच शीतला माता कॉलोनी के पास अवैध कॉलोनी का निर्माण हो रहा है छोटे से बड़े प्लोटो की बिक्री हो रही है लेकिन इसकी और कोई ध्यान नहीं दे रहा गरीबों को बेघर करने में लगे हुए।
आर एस भाट तो मुख्यमंत्री से भी अधिक सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं।
गुरुग्राम के डीटीपी आर एस भाट इन दोनों तोड़ फोड़ को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी अधिक सोशल मीडिया पर चल रहे हैं वह अपने साथ सोशल मीडिया कर्मियों को लेकर तोड़फोड़ करने पहुंचते हैं जिससे मुख्यमंत्री से भी अधिक वायरल आजकल डीटीपी आर एस भाट हो रहे हैं प्रदेश भर में नहीं अन्य प्रदेशों में भी उनकी चर्चा है लेकिन शहर के बीच बना रही अवैध कॉलोनी को लेकर वह भी अपनी आंखें बंद किए हुए हैं उनको भी दिखाई नहीं दे रहा है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि यह अवैध कॉलोनी कोई बड़े नेता या अधिकारी के इशारे पर तैयार की जा रही है शहर में कोई बोलने वाला नहीं है सब को ऐसा लगता है जैसे सांप सुग गया हो जैसे किसी को पता नहीं है कि यहां पर अवैध कालोनी काटी जा रही है सभी पार्टी के नेता चुप्पी साधे हुए हैं और आंख बंद किए हुए हैं इसे कहते हैं कांग्रेस भारत मुक्ति क्योंकि यहां कांग्रेस के नेता भी बड़े-बड़े बयान बाजी करते हैं लेकिन अवैध कॉलोनी को लेकर यह बीजेपी सटे हुए ऐसा लग रहा है कि शायद इनका भी कहीं हिस्सा पती हो इसलिए भी इनकी जुबान पर ताला लग गया है।
सोशल मीडिया ने भी अब इनकी ओर देखना बंद कर दिया है क्योंकि अवैध कॉलोनी माफियाओं भारी पड़ रहे हैं या कुछ सांठगांठ किए हुए।
इसीलिए अब यह अवैध कॉलोनी दिन-रात आगे बढ़ रही है।
जिला उपायुक्त अजय कुमार भी लाचार दिखाई देते हैं।
जब इस मामले में जिला उपयुक्त अजय कुमार से फोन पर संपर्क करना चाहा तो उनसे बात नहीं हो सकी जिससे उनका सरकारी पक्ष नहीं लिया जा सकता लेकिन ऐसा लगता है कि वह भी अवैध कॉलोनी माफियाओं के सामने लाचार हैं क्योंकि हमसे भी कई बार सोशल मीडिया कर्मियों द्वारा सवाल पूछे गए लेकिन उन्होंने टाल मटोल करते हुए कहा जांच कराएंगे लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई और अवैध कॉलोनी माफियाओं लगातार फल फूल रहे।