
जब हमारा समाज अंधविश्वास, जात-पात और रूढ़िवादी परम्पराओं में जकड़ा हुआ था।
संत कबीर जयंती पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दी सौगात, सफाई कर्मियों के वेतन में 2100 रुपये की बढ़ोतरी की घोषणा
संत सरसाई नाथ मेडिकल कॉलेज में बनेगा 100 बेड का नशा मुक्ति केंद्र
ऐलनाबाद में भी 30 बेड का नया नशा मुक्ति केंद्र बनाने की घोषणा
सिरसा में मनाया गया राज्य स्तरीय समारोह
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से किया आह्वान,
संत कबीर की वाणी को जीवन में अपनाएं, जातिवाद और भेदभाव से ऊपर उठ कर राष्ट्र निर्माण में दें सहयोग
सिरसा , चंडीगढ़, 11 जून — हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने संत शिरोमणि कबीर दास जी की जयंती के अवसर पर सफाई कर्मियों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए उनके मासिक वेतन में 2100 रुपये की वृद्धि की घोषणा की। इसके अलावा, सिरसा में बन रहे संत सरसाई नाथ मेडिकल कॉलेज में 100 बेड का नशा मुक्ति केंद्र बनाने की भी घोषणा की। साथ ही, डबवाली में स्थित नशा मुक्ति केंद्र में 10 बेड की संख्या को बढ़ाकर 30 बेड करने और ऐलनाबाद के सरकारी अस्पताल के पास 30 बेड का नया नशा मुक्ति केंद्र बनाने की भी घोषणा की।
संकल्प पत्र में जो हमने कहा है उसे हम पूरा करेंगे।
मुख्यमंत्री संत-महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार प्रसार योजना के तहत जिला सिरसा में आयोजित संत शिरोमणि कबीर दास जयंती राज्य स्तरीय समारोह में उपस्थितजन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 31 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने संकल्प पत्र में सफाई कर्मियों के वेतन को चरणबद्ध तरीके से 5 सालों में 26 हजार तक बढ़ाने का संकल्प लिया है, इसके लिए सरकार कटिबद्ध है। संकल्प पत्र में जो हमने कहा है उसे हम पूरा करेंगे।
जब हमारा समाज अंधविश्वास, जात-पात और रूढ़िवादी परम्पराओं में जकड़ा हुआ था।
धर्मों की कुरीतियों और रूढ़ियों पर कड़ी चोट की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत कबीर भारतीय संस्कृति की ‘सर्वधर्म समभाव’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ परम्परा के संवाहक और इतिहास के अनमोल रत्न थे। उनका जन्म ऐसे समय में हुआ, जब हमारा समाज अंधविश्वास, जात-पात और रूढ़िवादी परम्पराओं में जकड़ा हुआ था। संत कबीर ने अपने कर्म से वंदनीय स्थान प्राप्त किया। वे अपने समय के सबसे साहसी समाज-सुधारक थे। उन्होंने सभी धर्मों की कुरीतियों और रूढ़ियों पर कड़ी चोट की।
उन्होंने कहा कि संत कबीर दास जी जैसे संत-महात्माओं, ऋषि-मुनियों, पीर-पैगम्बरों और गुरुओं ने भूली-भटकी मानवता को जीवन का सच्चा रास्ता दिखाया है। ऐसी महान विभूतियों की शिक्षाएं पूरे मानव समाज की धरोहर हैं। उनकी विरासत को संभालने व सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधुनिक भारत के निर्माण में निभाई बड़ी भूमिका
नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा संत कबीर जी के विचारों को आधुनिक भारत की नींव बताया है। संत कबीर जी के विचारों को आगे बढ़ाते हुए आजादी के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आधुनिक भारत के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाई है। पिछले 11 सालों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने कल्याणकारी योजनाएं चलाकर गरीबों को सशक्त व मजबूत करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने भी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मूल मंत्र पर चलते हुए समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं और नीतियां लागू की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का मूल दर्शन ‘अंत्योदय’ है, पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति का उत्थान है। यही संत कबीर का मार्ग है, यही हमारी नीतियों का आधार है। आज हमारी ट्रिपल इंजन सरकार तीन गुणा रफ्तार से संत कबीर द्वारा दिखाए गए मार्ग पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जब ‘वंचित अनुसूचित जाति’ के लिए आरक्षण के प्रावधान पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया तो हरियाणा सरकार ने उस निर्णय को प्रदेश में लागू करने का काम किया और डीएससी समाज को उसका हक दिया।
सफाई कर्मियों का कल्याण
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सफाई कर्मियों के हितों की रक्षा के लिए हरियाणा राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया है। सफाई कर्मियों के लिए सुरक्षा और गरिमा की गारंटी दी है। सफाई कर्मियों की उनकी ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने की स्थिति में 5 लाख रुपये और सीवरेज में काम करते समय मृत्यु होने की स्थिति में 10 लाख रुपये की बीमा राशि का प्रावधान किया है। इसके अलावा, एजेंसियों के माध्यम से कार्यरत 5 हजार से अधिक सफाई कर्मियों को संबंधित पालिका के रोल पर लिया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों की 2 लाख 60 हजार बेटियों की शादी पर 71-71 हजार रुपये शगुन राशि दी गई। मकान की मरम्मत के लिए ‘अम्बेडकर आवास नवीनीकरण योजना’ के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले अनुसूचित जाति के लोगों को मकान मरम्मत के लिए 80 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। इस योजना के तहत अब तक 76,985 लाभार्थियों को 416 करोड़ रुपये की राशि दी गई है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने डीएससी समाज को दिया उसका हक – कृष्ण कुमार बेदी
इस अवसर पर सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण और अंत्योदय (सेवा) मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि संत कबीर जैसे महापुरुषों की शिक्षाएं आज के समाज के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं। उन्होंने सत्य, समानता, भाईचारे और मानवता का संदेश दिया, जिसे जन-जन तक पहुँचाना हम सभी का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला अगस्त माह में आया था और सबसे पहले डीएससी समाज के हक में फैसला लागू करने का निर्णय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि वर्षों तक डीएससी समाज को संघर्ष करना पड़ा। अनेक बार अन्य सरकारों और मुख्यमंत्रियों के समक्ष यह मुद्दा उठाया गया, लेकिन समाधान के बजाय केवल आश्वासन और आंदोलन मिले। समाज के नेताओं को विरोध प्रदर्शन करने पड़े और कई आंदोलनकारियों को जेल तक जाना पड़ा। परंतु जो सपना कभी अधूरा था, उसे साकार करने का कार्य वर्तमान सरकार ने किया है।
उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल एक जयंती नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का प्रतीक है। पूर्ववर्ती सरकारों ने सामाजिक संतों और महापुरुषों की जयंती मनाने की परंपरा को महत्त्व नहीं दिया, जबकि वर्तमान सरकार ने एक नई शुरुआत की, जिसके तहत महर्षि वाल्मीकि जयंती, संत रविदास, बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर, संत कबीर और अन्य महापुरुषों की जयंतियां राज्य स्तर पर मनाई जा रही हैं।