
नई दिल्ली, 11 जून 2025: हरियाणा में छात्र स्कॉलरशिप मांगने पर बढ़ती राजनीतिक और सामाजिक उठापटक
नई दिल्ली, 11 जून 2025: हरियाणा में छात्र स्कॉलरशिप मांगने पर बढ़ती राजनीतिक और सामाजिक उठापटक
हरियाणा में छात्र समुदाय ने शिक्षा के क्षेत्र में आर्थिक सहायता के लिए स्कॉलरशिप की मांग को लेकर जोरदार आवाज उठाई है। छात्रों का कहना है कि आर्थिक तंगी के कारण उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है, और राज्य सरकार को तुरंत इस समस्या का समाधान करना चाहिए।
क्या है छात्रों की मांग?
छात्रों का कहना है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए स्कॉलरशिप राशि में वृद्धि होनी चाहिए और आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया जाए। वे चाहते हैं कि स्कॉलरशिप के लिए अधिक पारदर्शिता हो और वितरण में किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो। इसके साथ ही, छात्र अपने शैक्षिक संसाधनों और बेहतर अध्ययन माहौल की भी मांग कर रहे हैं।
खूनी संघर्ष का कौन है जिम्मेदार?
हाल ही में हरियाणा के कुछ इलाकों में किसानों और स्थानीय प्रशासन के बीच संघर्ष की घटनाएं हुई हैं, जिसमें कई लोग घायल हुए। इस खूनी संघर्ष के लिए कई पक्षों ने एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। किसानों का आरोप है कि प्रशासन ने उनकी मांगों को नजरअंदाज किया, जबकि प्रशासन का कहना है कि किसानों के प्रदर्शन ने कानून व्यवस्था भंग की।
किसानों ने की बड़ी घोषणा
संघर्ष के बीच किसानों ने राज्य सरकार से उनकी फसलों के उचित दाम और कर्जमाफी की मांग को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन तेज करेंगे। किसान नेता भी लाठीचार्ज को राज्य में बढ़ती हिंसा का कारण बताते हुए इसे वीसी कंबोज के नेतृत्व की विफलता करार देते हैं।
यह लाठीचार्ज वीसी कंबोज की ताबूत में आखिरी कील साबित होगा
किसानों और स्थानीय नेताओं का कहना है कि हालिया लाठीचार्ज, जो प्रशासन की कठोर कार्रवाई का प्रतीक है, वीसी कंबोज के प्रशासनिक कार्यकाल के लिए आखिरी कील साबित होगा। उनका आरोप है कि यह कार्रवाई राज्य में सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता को बढ़ावा दे रही है और प्रशासन को इसे लेकर पुनर्विचार करना होगा।