
महामंडलेश्वर स्वामी ज्योति गिरी महाराज के अस्पताल को राजस्व विभाग ने दी क्लीन चिट; पुलिस कमिश्नर के आदेश के बावजूद भी अस्पताल खाली नहीं
गुरुग्राम, 16 जून 2025: महामंडलेश्वर स्वामी ज्योति गिरी महाराज के अस्पताल को पटौदी के राजस्व विभाग के अधिकारियों ने पैमाइश कर क्लीन चिट दे दी है। इससे जहां बाबा के समर्थकों में खुशी की लहर है, वहीं अस्पताल को पंचायती भूमि में बताने वाले कुछ ग्रामीणों को बड़ा झटका लगा है। ये ग्रामीण पिछले एक महीने से बाबा के अस्पताल को पंचायती भूमि बता रहे थे और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर को अंधेरे में रखे हुए थे कि स्वामी ज्योति गिरी महाराज ने पंचायती भूमि पर अस्पताल बनाया हुआ है।
पटौदी पुलिस के एसीपी सुखबीर सिंह, बिलासपुर थाना के प्रभारी दिलबाग सिंह और एएसआई रमेश तथा सब इंस्पेक्टर सतपाल सिंह के नेतृत्व में पटौदी राजस्व विभाग के अधिकारी गिरदावर पटवारी ने ग्रामीणों के सामने बाबा के अस्पताल की चारों तरफ से पैमाइश कराई गई। इसमें स्वामी ज्योति गिरी महाराज के अस्पताल को सही बताया गया, जबकि अस्पताल के साथ लगा हुआ कुछ छोटा सा हिस्सा पंचायत की भूमि में गौशाला के काम आ रहा है। स्वामी ज्योति गिरी महाराज ने गायों की सेवा के लिए गौशाला बनाई हुई है।
गांव के मुख्य मौजूद लोग पैमाइश के समय पुलिस प्रशासन के साथ सहयोग कर रहे थे, जिनमें हरियाणा पुलिस के पूर्व इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह यादव, पतली गांव से कृष्णा पंडित, भोडा कला के सरपंच मनवीर सिंह, पूर्व सरपंच गोगली, विनोद एडवोकेट, छतर सिंह चौहान, अरुण सिंह चौहान, रजवा चौहान, विक्रम चौहान, महेश पंडित, महेश ठेकेदार, महेश चौहान आदि भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
रामभूल सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ लोग कई दिनों से महामंडलेश्वर ज्योति गिरी महाराज के अस्पताल को पंचायती भूमि पर बता रहे थे, जिसकी पैमाइश होकर आज यह साफ हो गया कि यह अस्पताल स्वामी जी ने भूमि खरीद कर तैयार कराया था। लेकिन अब दुख की बात तो यह है कि जिन लोगों ने यहां से लाखों करोड़ों का मेडिकल का सामान खुद-बुद्ध कर दिया और फर्जी तरीके से डॉक्यूमेंट तैयार कर स्वामी जी के अस्पताल को एक अकादमी को किराए पर दे दिया, इस पर सवाल उठाए जा रहे थे।
पूर्व सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह यादव ने कहा कि कुछ लोगों की मंशा ठीक नहीं थी, लेकिन राजस्व विभाग द्वारा पैमाइश ने सबके मुंह पर ताला लगा दिया है। स्वामी जी ने जो भोड़ा कला गांव में गौशाला और गरीब लोगों के लिए अस्पताल का सपना देखा था, वह सपना पूरा होता हुआ फिर से दिखाई दे रहा है। कुछ लोगों की आदत अच्छे काम में सही नहीं होती है, लेकिन पुलिस प्रशासन को भी सब जानकारी मौके पर आकर मिली है, अब कार्रवाई होनी संभावित है।
इस अवसर पर महेश चौहान ने कहा कि स्वामी जी के द्वारा कराए गए धार्मिक कार्यक्रम और उनकी सेवा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आज हम भी उन साधु को प्रणाम करते हैं जिन्होंने गांव में आकर सेवा का बेड़ा उठाया था।
ज्ञात हो कि ग्रामीण हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से दो बार मिले थे, लेकिन अस्पताल की शिकायत करने वालों ने मुख्यमंत्री और पुलिस कमिश्नर गुरुग्राम को यह जानकारी दी हुई थी कि बाबा का अस्पताल पंचायती भूमि में अवैध रूप से बना हुआ है। मुख्यमंत्री और पुलिस कमिश्नर के आदेश पर सोमवार को पटौदी राजस्व विभाग की ओर से पैमाइश कराई गई और विभाग की ओर से भारी ग्रामीणों की बीच बाबा के अस्पताल को क्लीन चिट दी। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को मौके पर बताया कि बाबा का अस्पताल उनकी खरीदी हुई भूमि पर बना हुआ है। कुछ हिस्सा जहां गौशाला बनी हुई है, वह पंचायत की भूमि है और पंचायत की भूमि पर गौशाला बनाई जा सकती है सरकार की अनुमति के बाद, लेकिन बाबा ने किसी प्रकार का कोई अवैध कब्जा नहीं किया हुआ, यह पैमाइश में साफ तौर पर बताया गया है।
पैमाइश के बाद पुलिस ने क्यों नहीं की एकेडमी के खिलाफ कार्रवाई?
अवैध रूप से जिन लोगों ने बाबा के अस्पताल को फर्जी कागजात बनाकर एकेडमी को किराए पर दिया, आखिरकार पुलिस ने मौके पर पैमाइश के बाद उसे एकेडमी को खाली क्यों नहीं कराया? यह भी अब पुलिस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जबकि पुलिस कमिश्नर ने 7 दिन पहले एसीपी सुखबीर को फोन पर एकेडमी को तुरंत खाली करने का आदेश दिए थे, लेकिन आखिरकार अभी तक खाली क्यों नहीं कराया? अब पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं।
महामंडलेश्वर ज्योति गिरी महाराज ने कहा, “मैंने कोई पाप नहीं किया,
महामंडलेश्वर ज्योति गिरी महाराज ने कहा अस्पताल स्थापित कर जनता की सेवा के लिए अस्पताल बनाया था और गौशाला भी गायों की स्थिति को देखकर बनाई गई थी। मेरा इसमें किसी प्रकार का कोई लोभ लालच नहीं था, लेकिन कुछ लोगों ने षड्यंत्र कर मुझे भी बदनाम करने का प्रयास किया, लेकिन भगवान देखा है और देख रहा है। ऐसे व्यक्तियों को भगवान ही सजा देता है और जो समाज में गलत काम करते हैं उनका मात्र एक ही इलाज है भगवान और भगवान देख रहा है। स्वामी जी ने कहा, ‘जब मैं यहां आया था कुछ भी नहीं था और मैं 15-20 सालों में इस गांव को ही नहीं आसपास के क्षेत्र को धार्मिक वातावरण में लाने का काम किया था, मगर कुछ लोगों को मेरा काम पसंद नहीं आया और मुझे षड्यंत्र का शिकार बना दिया, लेकिन कोई बात नहीं, सब ऊपर वाला देखता है, सब हिसाब किताब यही चुकता हो जाता है।'”