चार आरोपी काबू, 13 मोबाइल बरामद | आरोपी युवतियों को कमीशन पर रखा गया था
गुरुग्राम, 18 जून 2025:
गुरुग्राम पुलिस की साइबर अपराध शाखा (पूर्व) ने एक ऐसे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जो लोगों को एयरपोर्ट पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था। पुलिस ने इस मामले में एक पुरुष और तीन युवतियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से 13 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं।
🔎 शिकायत और कार्रवाई:
दिनांक 31 मार्च 2025 को एक महिला ने पुलिस थाना साइबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम को शिकायत दी थी कि उसे फोन कर एयरपोर्ट पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया। उसे फर्जी जॉइनिंग लेटर भी भेजा गया और विभिन्न “फॉर्मेलिटीज़” के नाम पर पैसों की मांग की गई।
शिकायत पर तुरंत केस दर्ज करते हुए, साइबर अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त श्री विकास कौशिक (HPS) के नेतृत्व में निरीक्षक अमित और उनकी टीम ने जाल बिछाया और 17 जून 2025 को दिल्ली के लाल कुआं बदरपुर इलाके से चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
🧑⚖️ गिरफ्तार आरोपी:
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राजू, निवासी तिलका गढ़ी, जिला मथुरा (उत्तर प्रदेश) – कॉल सेंटर संचालक
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सायमा बानो, निवासी जामिया नगर, दिल्ली
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निहारिका उर्फ नीरज, निवासी जैतपुर, दिल्ली
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करिश्मा, निवासी होज खास, नई दिल्ली
🕵️♂️ खुलासे में क्या निकला?
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राजू पूर्व में दवा बेचने का कार्य करता था और 2023 में भी साइबर ठगी के केस में गिरफ्तार हो चुका है।
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जेल से छूटने के बाद उसने फिर से यह नेटवर्क चालू किया और तीन युवतियों को 12,000 रुपये वेतन व ठगी की राशि पर 2% कमीशन देकर काम पर रखा।
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कॉलिंग के लिए कीपैड फोन और व्हाट्सऐप के लिए स्मार्टफोन दिए गए। महीने के अंत में फोन व सिम कार्ड तोड़ दिए जाते थे ताकि कोई सबूत न बचे।
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ये युवतियां अलग-अलग व्यक्तियों को कॉल कर एयरपोर्ट नौकरी का झांसा देतीं, उन्हें फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेजतीं और फिर ₹750 फीस के साथ विभिन्न चार्ज के नाम पर धीरे-धीरे रकम वसूलती थीं।
📱 बरामदगी:
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कुल 13 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
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मुख्य आरोपी राजू को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
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मामले की जांच आगे भी जारी है।