
स्थानीय सूत्रों और नागरिक संगठनों का कहना है कि जिस तरह का माहौल मानेसर में बना हुआ है, उसमें चुनाव से पहले कोई बड़ा हादसा या हिंसक टकराव होने की आशंका
मानेसर नगर निगम में डिप्टी मेयर चुनाव पर मचा सियासी बवाल
गुरुग्राम, 23 जून 2025
मानेसर नगर निगम में डिप्टी मेयर पद को लेकर गहमागहमी और सियासी रस्साकशी इस कदर बढ़ गई है कि अब मामला धमकी, अपहरण और जानलेवा हमले तक पहुंच गया है। जहां एक ओर पार्षदों की कथित खरीद-फरोख्त और लापता होने की खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं, वहीं दूसरी ओर नगर निगम मेयर डॉ. इंद्रजीत के पति और कथित गैंगस्टर राकेश हयातपुर के खिलाफ एक सनसनीखेज मामला सामने आया है।
15 दिन से राजनीतिक संकट, पार्षद हरियाणा से बाहर
मानेसर नगर निगम में डिप्टी मेयर के चुनाव को लेकर पिछले 15 दिनों से भारी उठापटक जारी है। मेयर डॉ. इंद्रजीत अपने गुट के पार्षद को डिप्टी मेयर बनवाने के लिए प्रयासरत हैं, जबकि उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदी, पूर्व सरपंच सुंदरलाल अपने समर्थक पार्षद को इस पद पर बैठाना चाहते हैं। इसी सियासी खींचतान के बीच कई पार्षद लापता बताए जा रहे हैं। परिजनों के अनुसार वे लगातार संपर्क से बाहर हैं और संभावना जताई जा रही है कि उन्हें हरियाणा से बाहर किसी अज्ञात स्थान पर रखा गया है ताकि वे किसी अन्य गुट के संपर्क में न आ सकें।
मेयर पति राकेश हयातपुर पर अपहरण, मारपीट और धमकी का आरोप
इस सियासी संकट के बीच एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है। खेड़कीदौला थाने में प्रदीप पुत्र श्योराण निवासी गुरुग्राम द्वारा एक एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें मेयर के पति राकेश हयातपुर, अजयपाल, परमजीत सहित 6–7 अन्य लोगों पर संगीन आरोप लगाए गए हैं।
प्रदीप ने आरोप लगाया है कि 19 जून को उन्हें फोन पर बातचीत के बहाने अजयपाल के घर बुलाया गया, जहां परमजीत और अन्य लोग मौजूद थे। वहां से उसे जबरदस्ती नौरंगपुर की एक पुरानी मार्केट में ले जाया गया, जहां पहले से कुछ लोग मौजूद थे। इन लोगों ने उसे लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा और गर्दन पर हथियार तानकर धमकाया। इसके बाद उसे दरबारीपुर गांव ले जाया गया, जहां शराब के नशे में मारपीट जारी रही। प्रदीप का आरोप है कि आरोपियों ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और कहा कि “तेरे चाचा का लड़का दयाराम पार्षद कहां है, बता नहीं तो पूरे परिवार को मार डालेंगे।”
वोटिंग को प्रभावित करने की कोशिश
प्रदीप ने आगे बताया कि आरोपियों ने कहा कि अगर दयाराम पार्षद ने राकेश हयातपुर के पक्ष में वोट नहीं किया तो उनके पूरे परिवार को पांच लाख रुपये में “मरवा देंगे”। उसके बाद प्रदीप से सोने की चेन लूट ली गई और उसे लोकरा गांव में एक कार्यालय में रखकर फिर मारपीट की गई। बाद में उसे रास्ते में गाड़ी से फेंक दिया गया।
पुलिस ने FIR दर्ज की, गिरफ्तारी नहीं
प्रदीप की शिकायत पर पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसमें अपहरण, जान से मारने की धमकी, मारपीट, लूट और अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराएं शामिल हैं। हालांकि अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे स्थानीय जनता में पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर नाराज़गी है।
डिप्टी मेयर चुनाव से पहले बढ़ा तनाव
मानेसर में डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर राजनीतिक गुटों के बीच ज़बरदस्त टकराव की स्थिति बनी हुई है। पार्षदों की कथित “खरीद-फरोख्त”, “अगवा करके वोट प्रभावित करने” जैसी घटनाएं लोकतंत्र की मूल भावना पर सवाल खड़े करती हैं। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों का कहना है कि पार्षदों को डरा-धमका कर हरियाणा से बाहर भेजा गया है।
बड़ा हादसा होने की आशंका
स्थानीय सूत्रों और नागरिक संगठनों का कहना है कि जिस तरह का माहौल मानेसर में बना हुआ है, उसमें चुनाव से पहले कोई बड़ा हादसा या हिंसक टकराव होने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। हालात के मद्देनज़र उच्चस्तरीय न्यायिक जांच, पुलिस सुरक्षा और राजनीतिक हस्तक्षेप की स्वतंत्र समीक्षा की मांग की जा रही है।
जनता की मांग: निष्पक्ष जांच और सुरक्षा की गारंटी
इस प्रकरण को लेकर मानेसर के नागरिक संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं ने संयुक्त रूप से निम्नलिखित मांगें की हैं:
घटना की सीबीआई या न्यायिक जांच कराई जाए।
डिप्टी मेयर चुनाव तक पार्षदों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
आरोपी व्यक्तियों को तत्काल गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाए।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने वालों के खिलाफ सख्त सजा दी जाए।
यह मामला सिर्फ एक नगर निगम चुनाव का नहीं, लोकतांत्रिक व्यवस्था की साख का है।