
मैं किसी और की अमानत हूं, छुआ तो 35 टुकड़ों में मिलोगे
प्रयागराज में नई दुल्हन ने सुहागरात पर पति को दी धमकी:
प्रयागराज, 25 जून 2025।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां नई नवेली दुल्हन ने सुहागरात के दिन अपने पति को चाकू दिखाकर धमकाया और तीन दिन बाद अपने कथित प्रेमी के साथ घर से फरार हो गई। परिजनों ने इस मामले को लेकर पुलिस से संपर्क किया है, लेकिन सामाजिक बदनामी के डर से अब तक कोई विधिवत एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है।
🏠 परिवार और शादी का विवरण
यह मामला प्रयागराज के एडीए कॉलोनी निवासी राम आसरे निषाद के परिवार से जुड़ा है। उन्होंने 29 अप्रैल 2025 को करछना क्षेत्र की रहने वाली सितारा से अपने बेटे की शादी कराई थी। 30 अप्रैल को विदाई हुई और 2 मई को भव्य रिसेप्शन पार्टी का आयोजन किया गया।
हालांकि विवाह के तुरंत बाद दंपति के बीच गहराते तनाव की भनक किसी को नहीं लगी।
🔪 चाकू के साये में बीती सुहागरात
परिवार वालों के अनुसार, सुहागरात की रात सितारा ने पति को धमकाते हुए कहा:
“मैं किसी और की अमानत हूं, अगर तुमने मुझे छुआ तो 35 टुकड़ों में मिलोगे।”
इसके बाद वह पूरी रात हनीमून बेड पर चाकू लेकर बैठी रही, जबकि पति भयभीत होकर सोफे पर रात काटता रहा। यह सिलसिला लगातार तीन दिनों तक चला।
🗣 परिजनों को हुआ संदेह, सामने आया प्रेम प्रसंग
3 मई को सितारा को रोते देखकर ससुर राम आसरे निषाद ने जब कारण पूछा, तो उसने साफ शब्दों में कहा:
“मैं आपके बेटे से नहीं, अपने प्रेमी अमन से प्यार करती हूं और उसी के साथ रहना चाहती हूं।”
इस बयान ने पूरे परिवार को हतप्रभ कर दिया। परिजनों और मोहल्ले के लोगों ने मिलकर सितारा को समझाया, जिसके बाद वह कहने को पति के साथ रहने को राजी हो गई। लेकिन, वह लगातार मानसिक दबाव और धमकी देकर पति को परेशान करती रही।
🏃♀️ प्रेमी संग फरार
कुछ ही दिनों बाद सितारा दीवार कूदकर अपने प्रेमी अमन के साथ फरार हो गई।
परिवारजन स्थानीय थाने पहुंचे लेकिन सार्वजनिक बदनामी के डर से एफआईआर दर्ज नहीं कराई। उनका कहना है कि:
“हमारी बहू वापस आ जाए, बस यही चाहते हैं। मामला और न बिगड़े।”
🧠 बढ़ते मामलों पर चिंता
यह घटना हाल ही में मेरठ, इंदौर और राजस्थान में हुई पति-पत्नी और प्रेमी के त्रिकोणीय मामलों की तरह एक और गंभीर उदाहरण बनकर सामने आई है। इन घटनाओं में कुछ महिलाओं द्वारा प्रेमियों के साथ मिलकर पति की हत्या तक करवाई गई है, जिससे समाज में एक नई चिंता खड़ी हो रही है।
⚖️ पुलिस की भूमिका और सामाजिक अपील
स्थानीय पुलिस का कहना है कि यदि परिजन औपचारिक शिकायत दर्ज कराते हैं, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में सामाजिक दबाव या शर्मिंदगी की बजाय कानून का सहारा लेना ज़रूरी है, ताकि पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिल सके और समाज को स्पष्ट संदेश जाए।