
क्या सच भारतनिर्मित वैक्सीन है बीमारी का कारक हार्ट अटैक का कारण भारतनिर्मित वैक्सीन कैसे ?
क्या सच भारतनिर्मित वैक्सीन है बीमारी का कारक
हार्ट अटैक का कारण भारतनिर्मित वैक्सीन कैसे
x user Amock ने एक अलग ही खुलाशा किया है
क्या अखिलेश यादव ने फैलाई थी झूठी अफवाह
आज जैसे ही मैंने आँख खोली एक खबर सोशल मीडिया पैर थी की कांटा लगा गर्ल शेफाली का निधन हो गया है हालाँकि बहुत शॉकिंग न्यूज़ है फिर मैंने ख़बरों को और खंगाला क्योंकि अचानक किसी ऐसे व्यक्ति की मौत हो जाए जो हमारे उम्मीद से परे है तो थोड़ा बुरा लगता मैंने भी देखा तब पता लगा की हां सच में अब शेफाली हमारे बीच नहीं है , लेकिन एक x user ने एक अलग ही खुलाशा किया है इसका नाम है Amock इन्होने शेफाली की मौत को कोरोना वैक्सीन से जोड़ा है उन्होंने ने कहा है की ये मौत जो है कोरोना वैक्सीन की वजह से हों रही है लेकिन इसके पहले की अपनी बात खत्म करते इन्होने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का नाम लिया और बताया की जब अखिलेश यादव ने एक बार इस वैक्सीन का विरोध किया था तो इसपर उनकी हंसी उड़ाई गई थी…और सब लोग उनपर हंस रहे थे लेकिन आप खुद देखिये की 2020 के बाद कितनीं सारी मौतें ऐसे रेंडम हुई है जो की 2020 से पहले कभी नहीं हुई। ….. इसके साथ इस user ने अखिलेश यादव की वो वीडियो भी पोस्ट की है जिसमे साफ तौर पर अखिलेश यादव वैक्सीन लेने से मना करते आ रहे है आप देखिये ये वीडियो
तो अब सवाल ये है की क्या सच में आज कल लोगों की जान कोरोना वैक्सीन की वजह से जा रही है दरअसल रूसी वैक्सीन को मान्यता देने से पहले भारत में विकसित दो वैक्सीन लोगों के लिए उपलब्ध थे- कोवैक्सीन और कोविशील्ड. कोवैक्सीन को भारत बायोटेक ने तैयार किया था जबकि कोविशील्ड को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया के लैब में तैयार किया गया था. जब इसके साइड इफ्फेक्ट के बारे में बात किये तो वैज्ञानिको ने बताया था कि COVID-19 टीकाकरण के बाद, आपको साइड इफ़ेक्ट का अनुभव हो सकता है, जो आम तौर पर हल्के होंगे। इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द और/या लालिमा हो सकती है, और आपको सिरदर्द और थकान महसूस हो सकती है। COVID-19 टीकाकरण के बाद मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, ठंड लगना और बुखार भी हो सकता है जो की ज्यादातर लोगों को हुआ भी था तो अब सवाल अब जो वैक्सीन पर उठाया गए है जब हमने एक्सपर्ट्स से बात की तो कुछ बात निकलके सामने आई उन्होंने कहा की हाँ, यह सच है कि आजकल कम उम्र के लोगों में भी हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि खराब जीवनशैली, मोटापा, धूम्रपान, और तनाव.और शारीरिक गतिविधि की कमी भी हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाती है आजकल लोग शारीरिक गतिविधि कम करते हैं, जंक फूड ज्यादा खाते हैं, और तनाव में रहते हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।धूम्रपान करने से धमनियों में प्लाक जमा हो जाता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है मोटापा हृदय रोगों के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है। तनाव से हृदय गति और रक्तचाप बढ़ सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।