
चुनावी मैदान में गरमाई ‘कलम बनाम जमीन’ की बहस, चिराग ने उठाया ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ का मुद्दा
पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पूर्व राजनीतिक बयानबाज़ी का दौर तेज़ हो गया है। इसी क्रम में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव पर कड़ा प्रहार किया है। चिराग ने तेजस्वी के हालिया कलम वितरण अभियान को लेकर कहा कि “आज ये लोगों को कलम बाँट रहे हैं, लेकिन कल इन्हीं कलमों से आपकी ज़मीनें लिखवा लेंगे।”
तेजस्वी यादव ने हाल ही में बिहार के छात्रों के बीच शैक्षणिक सामग्री वितरण का कार्यक्रम चलाया, जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों को कलम बांटी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग पासवान ने इसे जनता को बहकाने की कोशिश बताया और साथ ही ‘नौकरी के बदले ज़मीन’ घोटाले का संदर्भ देते हुए याद दिलाया कि किस तरह पूर्व में लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए लोगों से ज़मीन लेकर सरकारी नौकरी दी गई थी।
चिराग ने सवाल किया कि—
“तेजस्वी यादव क्या उन लोगों की ज़मीनें लौटाएंगे, जिनसे उनके परिवार ने नौकरी के बदले जमीन ली थी?”
20 महीने में 20 साल के काम का दावा सवालों के घेरे में
तेजस्वी यादव द्वारा जनता से 20 महीने का समय मांगने और यह दावा करने कि वे इतने समय में 20 साल जैसा विकास कर दिखाएंगे, इस पर भी चिराग पासवान ने तीखा तंज कसा। उन्होंने कहा कि जनता अब वादों के पीछे नहीं, चरित्र के पीछे जाती है।
“अगर आपका चरित्र पवित्र है, तो फिर जनता को यह बताना होगा कि ज़मीन के बदले नौकरी जैसे मामलों में आपने क्या भूमिका निभाई?” — चिराग
बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट: चिराग का संकल्प
इस दौरान चिराग पासवान ने एक बार फिर ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ विजन को सामने रखते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सत्ता नहीं, विकास और पारदर्शिता है। उन्होंने कहा कि वे बिहार को एक विकसित, युवा और औद्योगिक राज्य बनाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा:
“जब हम सेवा के उद्देश्य से बिहार लौटते हैं, तो विरोध उन्हीं लोगों से झेलना पड़ता है, जिन्होंने 90 के दशक में राज्य को बर्बादी की कगार पर ला खड़ा किया।”
जनता के फैसले पर टिकी निगाहें
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार की इस बार की चुनावी जंग केवल विकास और रोजगार तक सीमित नहीं रहने वाली, बल्कि पुरानी राजनीतिक विरासत, भ्रष्टाचार, और नेतृत्व के चरित्र पर भी जनता गंभीर निर्णय ले सकती है।