
कैलाश विजयवर्गीय ने जनता से आत्मनिर्भर बनने की अपील करते हुए कहा कि स्थानीय निकायों में पारदर्शिता और जनभागीदारी से ही विकास संभव है।
जनप्रतिनिधियों को सुबह जल्दी उठकर अपने क्षेत्र की साफ-सफाई का निरीक्षण करना चाहिए
स्थानीय निकायों में पारदर्शिता और जनभागीदारी से ही विकास संभव है।
मानेसर, गुड़गांव 4 जुलाई : मध्य प्रदेश के भाजपा वरिष्ठ नेता और शहरी निकाय मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुग्राम के मानेसर में आयोजित शहरी निकाय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश सरकार की विकास नीतियों और शहरी निकायों के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश देश में विकास कार्यों में प्रथम स्थान पर है और जब से उन्हें शहरी निकाय मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है, तब से प्रदेश में विकास और भी तीव्र गति से हो रहा है।
विजयवर्गीय ने कहा कि शहरी निकायों द्वारा भी मध्य प्रदेश की तर्ज पर विकास कार्य करने चाहिए ताकि देश भर में स्थानीय स्तर पर बेहतर प्रशासन और विकास हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि जनप्रतिनिधियों को भारत माता की जय का संकल्प जोरदार आवाज़ में करना चाहिए क्योंकि देश सेवा का सम्मान इसी में निहित है।
उन्होंने स्थानीय निकायों के महापौरों को संबोधित करते हुए कहा कि लोकल बॉडीज में जनभागीदारी बढ़ाने से विकास कार्यों को सुगमता से अंजाम दिया जा सकता है। इंदौर मॉडल का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष इंदौर में 51 लाख पौधे लगाए गए, जिनमें एक दिन में 12 लाख 40 हजार पौधों का वृक्षारोपण गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार प्रयास जरूरी हैं और पेड़ लगाना शहर की स्वच्छता एवं पर्यावरण सुधार का अहम हिस्सा है।
उन्होंने नगर निगम की सफाई व्यवस्था पर भी जोर देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों को सुबह जल्दी उठकर अपने क्षेत्र की साफ-सफाई का निरीक्षण करना चाहिए जिससे शहर की स्वच्छता में सुधार हो सके। साथ ही, उन्होंने सोलर एनर्जी अपनाने की सलाह देते हुए बताया कि राज्य और केंद्र सरकार द्वारा 25-25% सब्सिडी मिल रही है, जिससे बिजली बिल कम किया जा सकता है।
कैलाश विजयवर्गीय ने जनता से आत्मनिर्भर बनने की अपील करते हुए कहा कि स्थानीय निकायों में पारदर्शिता और जनभागीदारी से ही विकास संभव है। उन्होंने मोदी सरकार के नेतृत्व में देश के 20047 तक आत्मनिर्भर बनने के सपने को साकार करने का संकल्प दोहराया।
सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष, लोकसभा महासचिव सहित कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे और उन्होंने भी स्थानीय निकाय विकास के महत्व पर चर्चा की।