
विकास के लाभ को नकारा नहीं, लेकिन मुआवजे की मांग पर अडिग
14 जुलाई को फिरोजपुर झिरका जाने वाली यात्रा का मेवात के लोग फूल बरसाकर स्वागत करेंगे।
गुरुग्राम/सोहना, 10 जुलाई 2025
मेवात में एचएसआईडीसी और किसानों के बीच विवाद गहराया, गांव खेड़ी कंकर के लोगों ने दी सफाई, पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल
विकास के लाभ को नकारा नहीं, लेकिन मुआवजे की मांग पर अडिग
हरियाणा के मेवात क्षेत्र में औद्योगिक विकास को लेकर चल रहे किसान आंदोलन में नया मोड़ आया है। खेड़ी कंकर गांव के दो प्रमुख ग्रामीणों, मोहम्मद मदलश और इमरान खान नंबरदार ने पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट किया कि किसान नेता रवि आजाद को जान से मारने या जलाने की कोई धमकी नहीं दी गई है।
मदलश ने कहा कि रवि आजाद को केवल यह सलाह दी गई थी कि वे किसानों को “दलाल” कहना बंद करें, क्योंकि इससे किसानों में आपसी मतभेद और टकराव की स्थिति पैदा हो रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “हम भी किसान हैं और जो धरने पर बैठे हैं वे भी हमारे भाई हैं।”
इमरान खान ने पुलिस की रात की कार्रवाई को लेकर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बताया कि “पुलिस ने रात में सोते हुए किसानों पर लाठीचार्ज किया, महिलाओं पर पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा डंडे बरसाए गए और दो राउंड फायरिंग कर किसानों और बच्चों को डराने की कोशिश की गई।” उन्होंने कहा, “हम डरने वाले नहीं हैं, न हमारे बच्चे डरते हैं और न ही हमारे बुजुर्ग।
14 जुलाई को फूलों से किया जाएगा स्वागत 
इमरान खान ने कहा कि 14 जुलाई को फिरोजपुर झिरका जाने वाली यात्रा का मेवात के लोग फूल बरसाकर स्वागत करेंगे। “हम दिखाएंगे कि मेवात की मेहमाननवाजी कैसी होती है — पूरे रास्ते फूलों की वर्षा की जाएगी,” उन्होंने कहा।
महिलाओं के साथ अत्याचार की शिकायत
वहीं एक महिला प्रदर्शनकारी ने बताया कि रात में पुलिस ने डंडों से पीटा और पुरुष पुलिसकर्मियों द्वारा महिलाओं पर हमला हुआ, जो गंभीर अत्याचार है।
प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल
गांव के सरिफ, मनीष और अन्य ग्रामीणों ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एक अच्छे नेता हैं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी अंधेरे में कार्य कर रहे हैं, जिससे बदनामी सरकार को झेलनी पड़ रही है।
किसानों की स्पष्ट चेतावनी – आंदोलन जारी रहेगा
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने एक स्वर में कहा कि 14 जुलाई के बाद फिर से पंचायत और धरना शुरू किया जाएगा, और जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
विकास के लाभ को नकारा नहीं, लेकिन मुआवजे की मांग पर अडिग
कुछ किसानों ने यह भी माना कि औद्योगिक क्षेत्र के विकास से रोजगार और व्यापार के अवसर बढ़ेंगे, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि यदि उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिला, तो उनके परिवारों का भविष्य संकट में पड़ जाएगा।
एचएसआईडीसी का पक्ष
सोहना IMT औद्योगिक क्षेत्र के प्रबंधक किफायत खान ने कहा कि, “इस परियोजना से हजारों स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा, और मेवात को हाईटेक औद्योगिक हब के रूप में विकसित किया जाएगा।” उन्होंने कहा, “सरकार का सपना है कि मेवात को विकास की मुख्यधारा में लाया जाए, और एचएसआईडीसी इस दिशा में तेज़ी से काम कर रही है।
किसानों ने एक आवाज में कहा हरियाणा के किसान नेता रवि आजाद को जान से मारने वालों पर अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। लेकिन मेवात के किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया है। वही दस किसानों को जिला अदालत ने 15 जुलाई तक जेल भेज दिया गया है।