
राव इंद्रजीत सिंह की मंत्रिमंडल से किसी भी समय छुट्टी।
मनोहर लाल खट्टर राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रथम स्थान पर।
नई दिल्ली 12जुलाई।
मोदी सरकार में और अन्य राज्य के मुख्यमंत्री जो 75 वर्ष से अधिक उम्र के हो गए उनकी किसी भी समय छुट्टी हो सकती है यह हम नहीं कह रहे यह कहना आरएसएस के राष्ट्रीय प्रमुख मोहन भागवत का कहना है मोहन भागवत के बयान से केंद्र में नहीं हरियाणा से लेकर अन्य राज्यों में जो 75 साल की उम्र से अधिक के नेता हो गए मंत्री हो गए उनका अब जाना लगभग तय माना जा रहा है।
दक्षिणी हरियाणा से मोदी सरकार में राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह अब 75 वर्ष से अधिक उम्र के हो गए हैं और वह हमेशा ही राज्य के मुख्यमंत्री से केंद्र के कैबिनेट मंत्रियों से टकराते रहे हैं लेकिन अब उनके मंत्रिमंडल से जाना लगभग तय माना जा रहा है यह भी कारण बताया जा रहा है कि उनकी बेटी आरती राव को हरियाणा में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया हुआ है जबकि कई ऐसे विधायक हैं जो दो से तीन बार जीत कर विधानसभा में पहुंचे हैं उन्हें आज तक मंत्री मंडल में कोई पद नहीं दिया गया है वही भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूर्व शिक्षा मंत्री प्रोफेसर रामविलास को भी एक बड़ा झटका लगा है क्योंकि वह भी 75 वर्ष से अधिक उम्र के हो गए हैं और वह भी सरकार में कोई बड़ा पद मांग रहे थे।
केंद्र में मंत्री यह कहते भी नजर आ रहे हैं की 75 वर्ष कहीं लिखा हुआ नहीं है
केंद्र में मंत्री मनोहर लाल खट्टर की उम्र करीब 71 साल बताई जाती है और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अभी 74 वर्ष के हुए हैं उनका अभी 1 साल है लेकिन इंद्रजीत सिंह का अब समय नहीं बचा है उनकी उम्र 75 हो गई है।
मनोहर लाल खट्टर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में पहले स्थान पर बताए जाते हैं उनके बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम आता है दोनों ही केंद्र में मंत्री हैं और दोनों ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में है शामिल बताए जाते हैं।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 2 महीने बाद 75 वर्ष के हो जाएंगे स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 75 साल बाद देश की राजनीति में नेता आराम करने लायक होते हैं और वही बात आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि 75 साल की उम्र होने के बाद किसी और को आगे आने का मौका देना चाहिए अब देखना यह है कि प्रधानमंत्री 2 महीने बाद 75 साल के होंगे और क्या प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे या प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे वहीं दक्षिणी हरियाणा में केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का जाना तो अब लगभग तय माना जा रहा है।
क्या भाजपा में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को तवज्जो मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान को तवज्जो मिलेगी या नहीं यह तो समय ही बताएगा लेकिन लगता नहीं है कि 75 साल से अधिक की उम्र होने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार में जो मंत्री हैं उनकी छुट्टी निश्चित है । क्योंकि कई केंद्र में मंत्री आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को हल्के में ले रहे हैं जबकि तीसरी बार आरएसएस के दम पर ही केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का गठन हुआ और अगर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को तवज्जो नहीं दी गई तो आरएसएस संगठन एक बार फिर भाजपा से दूरी बना लेगा जिससे भाजपा को सबसे बड़ा नुकसान हो सकता है।
मनोहर लाल खट्टर राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रथम स्थान पर। भाजपा के कई केंद्र में मंत्री यह कहते भी नजर आ रहे हैं की 75 वर्ष कहीं लिखा हुआ नहीं है सिर्फ मोहन भागवत का बयान है।