
वोटर लिस्ट वारीफिकेशन को लेकर तेजस्वी याद का फूटा गुस्सा पढ़िए पूरी खबर
वोटर लिस्ट वारीफिकेशन को लेकर जिस तरह लगातार बिहार में टारगेट किया जा रहा है विपक्ष के द्वारा साफ़ तौर पर दिखाई देता है बिहार में पत्रकार के गिरफ़्तारी पर उठाया तेजस्वी ने सवाल आपको बता दें की तेजस्वी यादव ने वोटर वेरिफिकेशन को लेकर और इस मसले में एक पत्रकार पर एफआईआर किये जाने पर सत्ता पक्ष को घेरा है उन्होंने कहा जी जेडयूअच्छा नहीं कर रही है तेजस्वी ने ट्विटर हेंडल पर अपने ऑफिसियल हेंडले से पोस्ट करके लिखा है की
मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया में लगातार सामने आ रही धांधली, गड़बड़ी, लगातार बदलते नियम और विपक्ष तथा मतदाताओं द्वारा उठाए जा रहे सवालों के प्रति चुनाव आयोग बिल्कुल बेपरवाह है। चुनाव आयोग चाहता है कि वह गड़बड़ी करते जाए और उन पर कोई उंगली भी ना उठाए!
वरिष्ठ अजीत अंजुम जी ने वही किया जो एक निष्पक्ष और ईमानदार पत्रकार को मतदाताओं के मताधिकार से जुड़े लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया में गड़बड़ी को लेकर तुरंत करना चाहिए था। जब मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया में जानबूझकर की जा रही गड़बड़ी और खानापूर्ति को लेकर स्वाभाविक प्रश्न किया गया तो चोरी पकड़े जाने पर चुनाव आयोग ने किस नैतिक अधिकार के तहत अजीत अंजुम जी पर FIR दर्ज करवाया? एक वरिष्ठ निष्पक्ष पत्रकार पर नीतीश सरकार द्वारा FIR करना घोर निंदनीय है।
देश में अघोषित आपातकाल लागू है और इस सरकार में जो सरकार अथवा उसका एजेंडा लागू कर एजेंसी या संगठन की आलोचना करेगा, तानाशाही मोदी सरकार उसे नहीं छोड़ेगी और हर संभव तरीके से उसे प्रताड़ित करेगी। अपने आप को गांधीवादी, समाजवादी और लोकतांत्रिक मुख्यमंत्री अचेत अवस्था में है। बीजेपी के हाथ में सारा सिस्टम है। वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम जी ने ऐसा कुछ भी नहीं किया जिसके लिए उन पर FIR दर्ज किया जाए। मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर जो आम जनता के प्रश्न हैं, उन प्रश्नों का सीधा संबंध भारतीय लोकतंत्र की गरिमा और स्वास्थ्य से है।