
बिहार चुनाव का बड़ा मुद्दा है वोटर लिस्ट सत्यापन
विपक्ष का सवाल आखिर क्यों चुप है नीतीश कुमार
तेजस्वी यादव ने कहा की नीतीश जानबूझके ये सब कर रहे है
बिहार की 243 विधान सभा सीटों पर है चिराग की नजर
Bihar Patna
बिहार विधान सभा चुनाव आने वाला है अब ऐसे में चुनाव का एक मुद्दासुर्ख़ियों का हिस्सा बना हुआ है और वो है वोटर वारीफिकेशन लिस्ट देखिये इस पर लगातार सियासत जारी है लेकिन वो कहते है की यहां विरासत में कुछ नहीं मिलेगा संघर्ष तय करेगा की सत्ता किसकी होगी
इस वक्त हर किसी की नजर बिहार की 243 विधान सभा सीटों पर है और दिन प्रतिदिन बिहार की राजनीति दिलचस्प होती जा रही है और इस बात को जानने की लालसा लोगों में बढ़ने लगी है की इस बार की सत्ता किसके हाथ। इस वक्त सारी पार्टियां मिलकर नितीश कुमार को टारगेट कर रहीं है एक और तेजस्वी यादव ने तो ये तक बोल दिया था की मुख्यमंत्री नितीश कुमार अपने ही राज्य के जनता के साथ ऐसा कैसे कर सकते है एक बार भी उन्होंने वोटर वेरिफिकेशन के खिलाफ आवाज है उठाई एक बार भी चुनाव आयोग को नहीं रोका बिहार की जनता का मतदान हटाने से उनका हक़ मारने से हालांकि ये बात भी सच है की इस बात को बार बार उठके तेजस्वी यादव अपना वोट बखूबी बना रहें है और नितीश कुमार के पत्ते भी काट रहें है कहीं ऐसा ना हो जाए की नितीश कुमार की वोटर वेरिफिकेशन पर चुप्पी विधान सभा के चुनाव में भारी पड़ जाए। नीतीश कुमार का इस मुद्दे पर ऐसे खामोश होना बहुत कुछ बयान कर रहा है विपक्ष का कहना है की ये काम नीतीश कुमार और बीजेपी मिलकर कर रही है और वोट काटने किन राजनीति चल रही है इस दौरान वोटर वारीफिकेशन पर एक और अपडेट सामने आई है जिसमे कहा जा रहा है की बिहार के 90.84% मतदाताओं के फॉर्म EC को मिल चुके है और बचे हुए 10% से BLO घर-घर जाकर पूछताछ और संपर्क करेंगे। लेकिन अभी तक इतने विरोध के बाद भी नीतीश कुमार की एक भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है उन्होंने कुछ नहीं कहा है