
ICU में 5 हथियारबंद बदमाश, गृहगृह स्तब्ध अस्पताल प्रशासन, कानून व्यवस्था पर बढ़ा सवाल
पटना | विशेष प्रतिनिधि
गुरुवार सुबह करीब 7:30 बजे, राजधानी पटना के पारस अस्पताल, राजा बाजार स्थित ICU रूम नं. 209 में पाँच हथियारबंद बदमाश बिना नकाब अस्पताल परिसर में पहुंचे। वे चुपचाप कमरे में दाखिल हुए और 25–30 सेकंड में बहु-गोलियां चलाईं, जिससे कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की मौके पर मौत हो गई
🔍 चंदन मिश्रा कौन था?
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बक्सर के सोनवर्षा गाँव का निवासी, कई हत्या, अपहरण और लूट जैसे संगीन मामलों में दोषी।
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राजेंद्र केसरी हत्याकांड में उम्रकैद की सजा भुगत रहा था, और उपचार के लिए पैरोल पर पटना के पारस अस्पताल में भर्ती था
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पैरोल की अवधि 18 जुलाई को समाप्त होनी थी ।
🚨 पुलिस जांच और प्रारंभिक छानबीन
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SSP कार्तिकेय शर्मा के अनुसार, CCTV फुटेज से चार अपराधियों की पहचान की जा चुकी है, जो कथित तौर पर “शेरू गैंग” से जुड़े हैं
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पुलिस का दावा है कि बदमाश दो-मोटर साइकिल या एक गाड़ी से आए थे और वारदात के बाद बक्सर की ओर फरार हुए ।
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यह एक संगठित गैंग-विरोध की घटना हो सकती है ।
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12 संदिग्धों, जिनमें अस्पताल के कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी शामिल हैं, को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है, और जांच में SIT का गठन किया गया है
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घटना में अस्पताल स्टाफ की मिलीभगत के संदेह को पुलिस खारिज नहीं करती
📸 बारदात का CCTV फुटेज
CCTV कैमरों में कैद इस भयावह दृश्य में बदमाश दिखाई देते हैं, जो गंभीरता और निश्चिंतता से वारदात अंजाम देते हैं।
🏥 सुरक्षा पर कौन, क्या कहता है?
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अस्पताल की सुरक्षा प्रणालियाँ गार्डिंग सिस्टम और फ्रिस्किंग की प्रक्रियाओं की जांच की जा रही है ।
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DGP विनय कुमार ने कहा कि सुरक्षा protocols मजबूत हैं लेकिन यह घटना कैसे सम्भव हुई, इसकी जांच जारी है ।
🗳️ राजनीतिक तूफ़ान
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RJD नेता तेजस्वी यादव ने सवाल पूछा: “क्या बिहार में कोई सुरक्षित है?”
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Pappu Yadav ने राष्ट्रपति शासन की मांग उठाई और राज्य में “गुंडाराज” का आरोप लगाया
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कांग्रेस ने घटना का CCTV वीडियो साझा करते हुए इसे “गुन-राज” बताया
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JD(U)/BJP के नेता और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उत्तरदायित्व लिया और डी जिन आरोपों का खंडन किया ।
🧭 ADG का बयान और पुलिस की सफाई
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ADG कुंदन कृष्णन ने कहा कि अपराधों में मौसमी वृद्धि (मई–जुलाई) सामान्य है, और Bihar पुलिस ने 350 से अधिक हत्यारों की चिंहित सूची बनाई है, एक नई Contract Killer Monitoring Cell और “Kodha Cell” गठित की है
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DGP विनय कुमार ने बताया कि 2004 में करीब 4000 मर्डर थे, जो घटकर अभी लगभग 2700 पर आ गए हैं; पटना में 2025 में जुलाई तक 116 मर्डर हो चुके हैं—जो पिछले साल से कम है
📌 ताजे सवाल और निष्कर्ष
मुख्य प्रश्न | स्थानिक स्थिति |
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अस्पताल की सुरक्षा में कमजोरियाँ | ICU जैसे संवेदनशील इलाक़ों में हथियार लेकर घुसने पर गहरी चिंता |
पुलिस की भूमिका | आरोपियों की पहचान शुरू, लेकिन गार्डों/स्टाफ की मिलीभगत की संभावना खारिज नहीं |
राजनीतिक विवाद | विपक्ष कानून-व्यवस्था पर हमला कर रहा, जबकि सरकार सफाई दे रही |
आपराधिक प्रवृत्ति पर व्यापक दृष्टि | मौसमी रुझानों व नये निगरानी प्रभागों के निर्माण पर जोर |