
मैं पलटूराम कहूं तो आप नीतीश कुमार समझ लेना जुबान एक ही है बार बार फिसल जाती है
बिहार की सियासत में हो रहा है घमासान
जुबान एक ही है बार बार फिसल जाती है
मैं पलटूराम कहूं तो आप नीतीश कुमार समझ लेना
बिहार की जनता के बदले बोल घेरे गए है नितीश कुमार
125 यूनाइट बिजली देना पड़ा भारी मुख्यमंत्री को
इस बार बिहार में नीतीश कुमार का बेड़ागर्ग
जुबान एक ही है बार बार फिसल जाती है \मैं पलटूराम कहूं तो आप नीतीश कुमार समझ लेना।
ये शब्द मेरे नहीं है ये शब्द उनके हैं जो इस वक्त बिहार के राजनीति का जमीनी स्तर से आंकलन कर रहें है
बिहार विधान सभा चुनाव महज कुछ महीने में में होने वाला है और सियासी पारा हाई है वोटर वेरिफिकेशन को लेकर जहां एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के रडार पर हैं तो वही दूसरी ओर तेजस्वी यादव अपना इक्का जमाने में लगे हुए है। नितीश कुमार पर तमाम सवाल तो पहले ही थे लेकिन अब वो कहते हैं की जब किस्मत खराब हो तो प्रार्थनाएं भी साथ छोड़ देती है यही हाल है इस वक्त नीतीश कुमार के जानिए कैसे दरअसल नीतीश कुमार जो एक वक्त पर बिजली विरोधी थे लेकिन आज ऐसा क्या हुआ की अचानक से गांव वालों को 125 यूनिट बिजली देने लग गए दरअसल नीतीश कुमार ने ट्विटर हेंडल पर पोस्ट किया गया है की हमलोग शुरू से ही सस्ती दरों पर सभी को बिजली उपलब्ध करा रहे हैं। अब हमने तय कर दिया है कि 1 अगस्त, 2025 से यानी जुलाई माह के बिल से ही राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली का कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा। इससे राज्य के कुल 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को लाभ होगा। हमने यह भी तय किया है कि अगले तीन वर्षों में इन सभी घरेलू उपभोक्ताओं से सहमति लेकर उनके घर की छतों पर अथवा नजदीकी सार्वजनिक स्थल पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर लाभ दिया जाएगा।
कुटीर ज्योति योजना के तहत जो अत्यंत निर्धन परिवार होंगे उनके लिए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने हेतु पूरा खर्च राज्य सरकार करेगी तथा शेष के लिए भी सरकार उचित सहयोग करेगी। इससे घरेलू उपभोक्ताओं को अब बिजली का 125 यूनिट तक कोई खर्च नहीं लगेगा, साथ ही साथ राज्य में अगले तीन वर्षों में एक अनुमान के अनुसार 10 हजार मेगावाट तक सौर ऊर्जा उपलब्ध हो जाएगी। आप देखिये ये वीडियो
नीतीश कुमार की एक ही ज़ुबान है,वो भी बार-बार फिसल जाती है। वो अपने बोले हुए शब्द बार बार भूल जाते हैं एक वक्त पर उन्होंने कहा था की मुफ्त बिजली नहीं मिलेगा खैरात में नहीं आता बिजली लेकिन आज सीधा 20 25 नहीं बल्कि सीधा 125 यूनिट फ्री बिजली देना का वडा कर दिए तो नेता जी सवाल तो उठेंगे ना आपके शासन पर। अब बात दरअसल ऐसी है की कुल मिला जुलाकर निष्कर्ष ये है की 20 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद यदि बिजली फ्री करनी पड़ रही है तो ये साफ़ है की नीतीश कुमार को अंदेशा हो गया है की वो चुनाव हार रहे हैं और किसी भी कीमत पर मुख्यमंत्री बने रहने के लिए प्रदेश को लुटाने को तैयार हैं और यदि 20 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी ऐसी घोषणाएं करनी पड़े तो अर्थ ये है की आपने कोई काम नहीं किया इस 5 साल में और इतना ही नहीं जबसे मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने ये पोस्ट डाला है ट्विटर पर तबसे लेकर अब तक कमैंट्स के भरमार है जो परत दर परत नीतीश कुमार के जुमले की पोल खोल रहा है अब आप जरा ये कमैंट्स देखिये जिसमे लिखा है। बिजली फ्री कर देने की घोषणा कर दी गई है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि पिछले 30 घंटे से बिजली नहीं है। साहब, सिर्फ एसी ऑफिस में बैठकर आदेश जारी कर देने से कुछ नहीं होता। जमीनी स्तर पर भी देखना चाहिए कि असल में क्या। राज्य के हालात ही बताते हैं की राजा कैसा है इस बार की बिहार की राजनीती में एक समीकरण तो तय है और बिहार की जनता ही तय करेगी की राजगद्दी किसकी होगी क्या ऐसे हालात में फिर एक बार जनता अपना 5 साल बर्बाद करेगी या फिर समीकरण बदल जाएगा क्या सोचते है आप मुझे जरूर बताएगा कमैंट्स करके