
गुरुग्राम, 21 जुलाई।
भारत सरकार ने देश की एकता और अखंडता के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान देने वाले नागरिकों, संस्थाओं और संगठनों को सम्मानित करने के लिए “सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार 2025” के लिए नामांकन प्रक्रिया आरंभ कर दी है। यह पुरस्कार भारत के प्रथम गृह मंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की स्मृति में स्थापित किया गया है, जिन्होंने स्वतंत्र भारत के निर्माण में राज्यों के एकीकरण की दिशा में ऐतिहासिक भूमिका निभाई थी।
धर्म, जाति, लिंग, जन्म स्थान, उम्र या पेशे के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
डीसी अजय कुमार ने पुरुस्कार से संबंधित जानकारी सांझा करते हुए बताया कि यह पुरस्कार उन व्यक्तियों और संस्थानों को प्रदान किया जाएगा, जिन्होंने राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सामूहिकता को मजबूत करने के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हों। नामांकन के लिए देश का कोई भी नागरिक, संस्था अथवा संगठन पात्र है। धर्म, जाति, लिंग, जन्म स्थान, उम्र या पेशे के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। आवेदन गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध निर्धारित प्रारूप में ऑनलाइन किए जा सकते हैं।
डीसी ने बताया कि सरकार की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि चयनित नामों की सिफारिश एक उच्चस्तरीय समिति द्वारा की जाएगी, जिसके बाद राष्ट्रपति द्वारा विजेता को एक विशेष समारोह में प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार न केवल समाज में एकता और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि देश का भविष्य तभी उज्ज्वल होगा जब हम विविधताओं में एकता को बनाए रखेंगे। आवेदन और अधिक जानकारी के लिए इच्छुक नागरिक गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर विज़िट कर सकते हैं।