
अतिवेगवान जो मन हृदय में स्थित है
अतिवेगवान जो मन हृदय में स्थित है
गुरुग्राम, 23 जुलाई। येन कर्माण्यपसो मनीषिणो यज्ञे कृण्वन्ति विदथेषु धीराः ॥
यदपूर्वं यक्षमन्तः प्रजानां तन्मे मनः शिवसङ्कल्पमस्तु ॥
अर्थात-: जिस मन में ऋग्वेद की ऋचाएँ और जिसमें सामवेद तथा यजुर्वेद के मन्त्र उसी प्रकार प्रतिष्ठित हैं, जैसे रथचक्र की नाभि में अरे (तीलियाँ) जुड़े रहते हैं, जिस मन में प्रजाओं का सारा ज्ञान ओतप्रोत रहता है, वह मेरा मन कल्याणकारी संकल्प वाला हो. जो मन मनुष्यों को अपनी इच्छा के अनुसार उसी प्रकार घुमाता रहता है, जैसे कोई अच्छा सारथी लगाम के सहारे वेगवान घोड़ों को अपनी इच्छा के अनुसार नियन्त्रित करता है, बाल्य, यौवन, वार्धक्य आदि से रहित तथा अतिवेगवान जो मन हृदय में स्थित है, वह मेरा मन कल्याणकारी संकल्प वाला हो.
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थिति II
🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
🌕सूर्य दक्षिणायण, ऋतु-: वर्षा
सूर्य उदय : प्रातः 5/42
सूर्य अस्त : सायं 7/13
📺 श्रावण मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 23/7/2025
दिन-: बुधवार
🌕 चंद्रमा-: मिथुन राशि में
🥳राशि स्वामी-: बुद्ध
🌱 आज का नक्षत्र -: आर्द्रा सायं 5/55 तक उसके बाद पुनर्वसु
💓 नक्षत्र स्वामी – : राहु/गुरु
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश-:
प्रात: 6/40 से आर्द्रा नक्षत्र चरण 3 में
दोपहर 12/17 से आर्द्रा नक्षत्र चरण 4 में
सायं 5/55 से पुनर्वसु नक्षत्र चरण 1 में
🔥 योग-: व्याघात दोपहर 12/34 तक-: यह एक अशुभ योग है इसमें धोखा मिलता है उल्टे या गलत कार्यो के लिये ठीक है
आज के मुख्य पर्व/भद्रा/पंचक/गन्डमूल आदि
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🪴-: श्रावण शिवरात्रि व्रत, भद्रा दोपहर 3/35 तक,
शक श्रावण प्रारंभ
♻️आज की शुभ दिशा -: दक्षिण,पूर्व,दक्षिण-पश्चिम
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♻️ दिशा शूल -: उत्तर दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर धनिया या तिल खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
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🌷सूर्य -: कर्क राशि (राशि स्वामी चंद्र) पुष्य नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी शनि) सायं 5/08 से चरण 2 में
🛑मंगल -: सिंह राशि (राशि स्वामी सूर्य)पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र) प्रात: उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
🌱 बुद्ध (वक्री) -: कर्क राशि (राशि स्वामी चंद्र)आश्लेषा नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
🌕गुरु -: मिथुन राशि (राशि स्वामी बुद्ध)आर्द्रा नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी राहु)
💃 शुक्र -: वृष राशि (राशि स्वामी शुक्र) मृगशिरा
नक्षत्र चरण 1 में ( नक्षत्र स्वामी मंगल) प्रात: 11/05 से चरण 2 में
🌊 शनि(वक्री) -: मीन राशि (राशि स्वामी गुरु)उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में
🎥 राहु-: कुंभ (राशि राशि स्वामी शनि)पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
🛐केतु-: सिंह राशि( राशि स्वामी सूर्य) पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र)
🤬राहु काल -: दोपहर 12/00 से 1/30 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
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प्रात-: 5/11 तक मिथुन
7/32 तक कर्क
9/50 तक सिंह
दोपहर 12/05 तक कन्या
3/24 तक तुला
सायं 4/43 तक वृश्चिक
सायं 6/47 तक धनु
रात्रि 8/30 तक मकर
9/58 तक कुम्भ
11/22 तक मीन