
हरियाणा में विधायक मंत्री और पूर्व मंत्री अपनी सरकार से नाराज। मनोनीत पार्षद और गिरिवेश कमेटी के सदस्यों को लेकर बड़ी नाराजगी।
भाजपा की टिकट पर हार गए थे
मनोनीत पार्षद और ग्रीवेंस कमेटी के सदस्यों को लेकर बड़ी नाराजगी।
गुरुग्राम 23 जुलाई।
हरियाणा प्रदेश में जहां-जहां पर मनोनीत पार्षद और ग्रीवेंस कमेटी के मेंबर बनाए जा रहे हैं उसको लेकर भाजपा के मौजूदा विधायक मंत्री कहीं ना कहीं अपनी ही सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं।
सोहना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के दो बार के विधायक तेजपाल भी इन नियुक्तियों से खफा है उनका सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वह सरकार से नाराजगी जाहिर कर रहे हैं वहीं पूर्व मंत्री और भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता भी अपने समर्थकों को निर्विरोध मनोनीत पार्षद और कष्ट निवारण समिति के सदस्यों के बनने पर भी नाराज दिखाई दे रहे हैं।
मानेसर नगर निगम में भाजपा ने उन अपने कार्यकर्ताओं को मनोनीत पार्षद नियुक्त किया है जो भाजपा की टिकट पर हार गए थे उनमें सत्यदेव सरपंच कासन भी शामिल हैं वहीं कई ऐसे कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया है जो सरकार के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं इन कार्यकर्ताओं के नाराजगी अब अपनी सरकार से इतनी बढ़ गई है कि सरकार का नाम लेने पर वे आग बबूला हो जाते हैं वही मेवात में भी इसी प्रकार की नाराजगी सामने आ रही है गुरुग्राम में सताधारी मंत्री और सांसद में भी अपने-अपने कार्यकर्ताओं को लेकर कहीं टकरा दिखाई दे रहा है।
कार्यकर्ता और विधायकों की नाराजगी के चलते मुख्यमंत्री को भी इनको करने के लिए पसीने बहाने पड़ेंगे क्योंकि मुख्यमंत्री हरियाणा प्रदेश में हर मुद्दे में दखल देते हैं शायद सत्ताधारी विधायकों की नाराजगी और कार्यकर्ताओं की दूरी आप मुख्यमंत्री के लिए कहीं राजनीतिक परेशानी ना बन जाए।
इन छोटी नियुक्तियों में भी दिल्ली में बैठे नेता मंत्री स्थानीय विधायकों पर भारी पड़े हैं एक दूसरे के कार्यकर्ताओं को दूर रखा गया है अपने कार्यकर्ताओं को तबादज्जो दिलाने का प्रयास किया है मगर जो कार्यकर्ता मोदी जी की नीति को लेकर आगे बढ़ रहे हैं उन कार्यकर्ताओं को भी नियुक्तियां से अधिकतर दूर रखा गया है अब देखना यह है की अंदरूनी कार्यकर्ता अपनी नाराजगी किस कदर जाहिर करते हैं।