चंडीगढ़, 24 जुलाई। एस.एस.वी.पी. से सम्बन्धित करीब 69 करोड़ सरकारी राशी गबन मामले की अभी तक की तफतीश के दौरान इस प्रकरण के मुख्य आरोपी सुनील बंसल तत्कालीन सीनियर लेखा अधिकारी एस.एस.वी.पी. द्वारा वर्ष 2018 के बाद गबन की गई उपरोक्त सरकारी राशि से अपने व अपने परिवार के सदस्यों के नाम निम्नलिखित अचल सम्पतियां अर्जित करनी पाई गई है।
आरोपी द्वारा मकान नम्बर 1171 सैक्टर-7 पंचकूला में अपनी बेटी व उसके पति हर्षित जैन के नाम 3.07 करोड में खरीद किया गया था तथा आरोपी द्वारा इस मकान को वर्ष 2022 में 7 करोड़ में बेचा गया है।
आरोपी द्वारा प्लाट न. 486 सैक्टर-6 एम.डी.सी पंचकूला में 350 वर्ग गज 2.40 करोड़ रुपये में अपनी बेटी व उसके पति हर्षित जैन के नाम खरीद किया है। इस प्लाट पर बनाया जा रहा मकान निर्माणाधीन है। इस निर्माण पर आरोपी द्वारा करीब 1.5 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके है। आरोपी की बेटी व उसके पति हर्षित जैन के नाम पर 80 लाख रुपये का लोन है।
आरोपी द्वारा 2 एस.सी.ओ, 120/120 वर्ग गज, भ्ैैप्क्ब् बरवाला में सुनील बसंल भ्न्थ् व नकुल बसंल भ्न्थ् नाम से करीब 1.71 करोड़ व 1.67 करोड़ रुपये में आॅक्शन में खरीद किये गये है।
आरोपी द्वारा मकान नम्बर 446 सैक्टर-6 मन्सादेवी काॅम्पलैक्स पंचकूला में अपने बेटे नकुल बंसल व उसकी पत्नी आंचल के नाम करीब 1.33 करोड़ में खरीद किया गया है।
आरोपी के पास कृष्णा एन्कलेव, डेराबस्सी में एक प्लाॅट 1000 वर्ग गज व दूसरा 2600 वर्ग गज है। यह प्रोपर्टी आरोपी द्वारा रजनी गोयल पत्नी स्व. संजय गोयल जो संजीव बिंदल के साले की पत्नी है, से उपरोक्त प्रोपर्टी खरीदी गई है।
कृष्णा एन्कलेव, डेराबस्सी में आरोपी द्वारा कुल 16 फ्लैट नम्बर 227 से 233, 233ए तक 234 से 241 तक (प्रति फ्लैट 62 वर्ग गज) आरोपी संजीव बिंदल से खरीद किए गये है।
फाईटो कम हैल्थ केयर बददी, हिमाचल प्रदेश की एक युनिट को आरोपी द्वारा रेंट डीड पर लिया था जिसमंे आरोपी की पत्नी सुनीता रानी का 34 प्रतिशत हिस्सा है। इसमें आरोपी द्वारा 43 लाख रुपये खर्च होने बारे बतलाया है। अब इस युनिट में वर्ष 2024 से रेनोवेशन चल रहा है। इस कम्पनी का वर्तमान टर्न ओवर करीब 10 करोड़ रु. के लगभग का है।
राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पंचकूला द्वारा सुनील बंसल उपरोक्त अरोपी द्वारा सरकारी राशि से अपने व अपने परिवार के सदस्यों के नाम अर्जित की गई अचल सम्पतियों को अटैच करने के लिए कार्यवाही की जा रही है।
मामला यह था कि वर्ष 2015 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, पंचकूला में नियुक्त आरोपी सुनील बंसल तत्कालीन सीनियर लेखा अधिकारी द्वारा कुलबीर सिंह बैंक अधिकारी, पंजाब नैशनल बैंक, मनीमाजरा व अन्य से मिलीभगत करके हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों की अनुमति के बिना एच.एस.वी.पी. का बैंक खाता न.1183002100026639 पंजाब नेशनल बैंक, मनीमाजरा, चण्डीगढ में दिनांक 30.5.2015 को खोला गया।
आरोपी सुनील बसंल उपरोक्त द्वारा कुलबीर सिंह बैंक अधिकारी, पंजाब नैशनल बैंक, मनीमाजरा व बैंक के अन्य अधिकारी/कर्मचारियों के साथ मिलकर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के खाता संख्या 1183002100018001 से दिनंाक 2.1.2018 से लेकर 10.9.2018 तक कुल 46 करोड रू. व एक अन्य खाता संख्या 1183005900001468 से दिनंाक 2.1.2018 से लेकर 10.9.2018 तक कुल 22,71,57,066/-रू. (कुल राशी 68,71,57,066/-) बैंक खाता नम्बर 1183002100026639 पंजाब नेशनल बैंक, मनीमाजरा, चण्डीगढ में अनाधिकृत रूप से ट्रांसफर की गई।
इसके उपरान्त आरोपी सुनील कुमार बंसल उपरोक्त द्वारा कुलबीर सिंह उपरोक्त व अन्य बैंक अधिकारी/कर्मचारियों व संजीव बिंदल (प्राईवेट व्यक्ति) से मिलीभगत करके उपरोक्त राशी (कुल रू. 68,71,57,066/-) को दिनंाक 2.1.2018 से 14.11.2018 तक कुल 85 अलग-2 बैंक खातो में ट्रांसफर किया गया। इन 85 खाता धारको को ट्रांसफर की गई यह राशी तथा कथित उनकी जमीन अधिग्रहण के एवज में मुआवजा के तौर पर ट्रांसफर की गई थी। जबकि असल में इन खाता धारको की कोई जमीन हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, हरियाणा द्वारा अधिग्रहण नही की गई थी।
आरोपी सुनील बंसल, सीनियर लेखा अधिकारी ने सरकारी धन के गबन व धोखाधड़ी करने के उदेशय से खुलवाए गये खाता संख्या नम्बर 1183002100026639 पंजाब नैशनल बैंक, मनीमाजरा, चण्डीगढ को अपनी सेवानिवृति से एक दिन पहले दिनंाक 27.2.2019 को बंद करवा दिया।
इस सम्बन्ध में अभियोग संख्या 116 दिनंाक 07.3.2023 धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी. भारतीय दण्ड संहिता थाना, सैक्टर-7, पंचकूला में दर्ज किया गया। इस अभियोग में अब तक 12 आरोपियों का गिरफ्तार किया जा चुका है।