
राहुल गांधी ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का उठाया मुद्दा
बीजेपी पर लगाया ‘वोटों की चोरी’ का आरोप
महाराष्ट्र से बिहार तक उठाया मुद्दा
“वोटर लिस्ट में बदलाव, लोकतंत्र के साथ धोखा”
चुनाव आयोग से की निष्पक्ष जांच की मांग
बिहार में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) अभियान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने इस प्रक्रिया को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं और इसे लोकतंत्र के खिलाफ साजिश बताया है। राहुल गांधी का आरोप है कि सरकार सुनियोजित तरीके से मतदाता सूची में हेरफेर कर “वोटों की चोरी” कर रही है, ताकि चुनावी नतीजों को प्रभावित किया जा सके।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 के बाद ही मतदाता सूची में गड़बड़ी का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया था। उस समय भी उन्होंने यह दावा किया था कि लाखों मतदाताओं के नाम बिना सूचना के सूची से हटा दिए गए हैं। अब उन्होंने बिहार में चल रही मतदाता सूची की पुनरीक्षण प्रक्रिया को लेकर और भी तीखे तेवर अपना लिए हैं।
राहुल गांधी का कहना है कि बीजेपी सरकार चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रही है और प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि हजारों की संख्या में नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं, जिनमें खासकर दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और गरीब तबकों के नाम शामिल हैं। उन्होंने इसे एक “सुनियोजित साजिश” करार दिया है और आरोप लगाया कि यह सब कुछ केंद्र सरकार के इशारे पर हो रहा है। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और कहा है कि आयोग को स्वतंत्र होकर कार्य करना चाहिए, ताकि जनता का भरोसा लोकतांत्रिक संस्थाओं पर बना रहे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इस प्रक्रिया को रोका नहीं गया, तो कांग्रेस देशभर में आंदोलन करेगी और इसे “लोकतांत्रिक हक की लड़ाई” बताएगी।राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि यह विपक्ष की हताशा का संकेत है। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि मतदाता सूची की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और नियमानुसार होती है, जिसमें जनता की सहभागिता भी होती है। उन्होंने राहुल गांधी पर “राजनीतिक नौटंकी” करने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस अपनी हार का बहाना ढूंढ रही है। राहुल गांधी का यह आक्रामक रुख 2024 के लोकसभा चुनावों और आने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। मतदाता सूची को लेकर उठाया गया यह मुद्दा अब राजनीतिक गर्मी बढ़ा रहा है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह बहस किस दिशा में जाती है।