
अर्थात-: मैं सुबह-सुबह भगवान शिव को स्मरण करता हूँ।
प्रातः स्मरामि भवभीतिहरं सुरेशं
गङ्गाधरं वृषभवाहनमम्बिकेशम् ।
खट्वाङ्गशूलवरदाभयहस्तमीशं
संसाररोगहरमौषधमद्वितीयम् ॥
अर्थात-: मैं सुबह-सुबह भगवान शिव को स्मरण करता हूँ।जो सांसारिक भय को हरने वाले हैं।जो देवताओं के स्वामी हैं।जो गंगा नदी को धारण करते हैं।जिनका वाहन बैल है।जिनके हाथों में खट्वांग (एक प्रकार का अस्त्र), त्रिशूल, वरद मुद्रा और अभय मुद्रा है।जो संसार के रोगों (मोह, माया) को दूर करने की अद्वितीय औषधि हैं।
IIआज का पंचांग एवं ग्रहों की स्थिति II
🕉 श्री गणेशाय नमः, जय श्री कृष्ण 🙏🙏
🙏🙏 सब सुखी व स्वस्थ रहें 🌱🌹
विक्रम संवत 2082
संवत्सर नाम -: सिद्धार्थी
संवत्सर राजा-: सूर्य
संवत्सर मंत्री-: सूर्य
🌕सूर्य दक्षिणायण, ऋतु-: वर्षा
सूर्य उदय : प्रातः 5/43
सूर्य अस्त : सायं 7/12
📺 श्रावण मास शुक्ल पक्ष की पहली तिथि
अंग्रेजी दिनांक-: 25/7/2025
दिन-: शुक्रवार
🌕 चंद्रमा-: कर्क राशि में
🥳राशि स्वामी-: चंद्र
🌱 आज का नक्षत्र -: पुष्य सायं 4/01 तक उसके बाद आश्लेषा
💓 नक्षत्र स्वामी – : शनि/बुद्ध
✨️ चंद्रमा का नक्षत्र प्रवेश-:
प्रात: 4/53 से पुष्य नक्षत्र चरण 3 में
10/27 से पुष्य नक्षत्र चरण 4 में
सायं 4/01 से आश्लेषा नक्षत्र चरण 1 में
रात्रि 9/59 से आश्लेषा नक्षत्र चरण 2 में
🔥 योग-: सिद्धि प्रात: 7/28 से-: यह एक शुभ योग है इस योग में कोई भी शुभ आयोजन या इच्छा की पूर्ति के प्रयास करने के शुभ परिणाम होते हैं , मंत्र सिद्धि या अभिषेक सिद्धि के फल प्राप्ति के लिये अनुकूल
आज के मुख्य पर्व/भद्रा/पंचक/गन्डमूल आदि
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🪴-: मेला छिन्नमस्तिका (चिंतपूर्णी) हिमाचल प्रदेश प्रारंभ, गन्डमूल सायंकाल 4/01 तक
♻️आज की शुभ दिशा -: पूर्व,उत्तर, उत्तर-पूर्व
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♻️ दिशा शूल -: पश्चिम दिशा की ओर यात्रा करने से बचें, अति आवश्यक होने पर जौ खाकर प्रस्थान करें
आज की ग्रह स्थिति -:
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🌷सूर्य -: कर्क राशि (राशि स्वामी चंद्र) पुष्य नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी शनि)
🛑मंगल -: सिंह राशि (राशि स्वामी सूर्य)उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी सूर्य)
🌱 बुद्ध (वक्री) -: कर्क राशि (राशि स्वामी चंद्र)आश्लेषा नक्षत्र चरण 1 में (नक्षत्र स्वामी बुद्ध)
🌕गुरु -: मिथुन राशि (राशि स्वामी बुद्ध)आर्द्रा नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी राहु)
💃 शुक्र -: वृष राशि (राशि स्वामी शुक्र) मृगशिरा
नक्षत्र चरण 2 में ( नक्षत्र स्वामी मंगल)
🌊 शनि(वक्री) -: मीन राशि (राशि स्वामी गुरु)उत्तर भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में
🎥 राहु-: कुंभ (राशि राशि स्वामी शनि)पूर्व भाद्रपद नक्षत्र चरण 2 में (नक्षत्र स्वामी गुरु)
🛐केतु-: सिंह राशि( राशि स्वामी सूर्य) पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र चरण 4 में (नक्षत्र स्वामी शुक्र)
🤬राहु काल -: प्रात: 10/30 से दोपहर 12/00 बजे तक कोई शुभ या नया कार्य न करें
दैनिक लग्न सारणी -:
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प्रात-: 5/03 तक मिथुन
7/24 तक कर्क
9/42 तक सिंह
दोपहर 11/58 तक कन्या
3/16 तक तुला
सायं 4/35 तक वृश्चिक
सायं 6/40 तक धनु
रात्रि 8/23 तक मकर
9/51 तक कुम्भ
11/14 तक मीन