
कारगिल विजय दिवस पर सेना प्रमुख का पाकिस्तानियों को आतंकवाद पर दो टूक ?
नई दिल्ली। कारगिल विजय दिवस के मौके पर भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि भारतीय सेना हर परिस्थिति में देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से हाल ही में की गई गतिविधियों पर सख्त रुख दिखाते हुए बताया कि भारतीय सेना ने उसका सटीक और नपा-तुला जवाब दिया है।
जनरल द्विवेदी ने बताया कि 7 से 9 मई के बीच पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (LoC) के पास कुछ उकसावे वाली गतिविधियां की गई थीं। लेकिन भारतीय सेना ने संयम के साथ इन हरकतों का सटीक जवाब दिया और यह सुनिश्चित किया कि देश की संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा से कोई समझौता न हो।सेना प्रमुख ने जोर देकर कहा कि भारतीय सेना की एयर डिफेंस यूनिट अब इतनी मजबूत हो चुकी है कि उसे कोई भी ड्रोन, मिसाइल या अन्य हवाई खतरा भेद नहीं सका। उन्होंने कहा हमारी आर्मी एयर डिफेंस एक ऐसी अजेय दीवार बनकर खड़ी रही, जिसे कोई भी ड्रोन या मिसाइल पार नहीं कर सका। हमने तकनीक के मोर्चे पर जो उन्नति की है, वह हमारी सबसे बड़ी ताकत बन चुकी है।”जनरल द्विवेदी ने इस मौके पर यह भी बताया कि सेना अब परंपरागत युद्ध के साथ-साथ आधुनिक युद्ध कौशल, जैसे कि साइबर वॉरफेयर, ड्रोन टेक्नोलॉजी, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर भी तेज़ी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सेना ने कारगिल युद्ध से कई सबक सीखे हैं, और अब वो किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए अधिक सक्षम है।
“सेना में अब तेजी से बदलाव हो रहे हैं। हम न सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा पर ध्यान दे रहे हैं, बल्कि तकनीकी क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बन रहे हैं। हमारी निगरानी क्षमता और रियल-टाइम रिस्पॉन्स अब पहले से कहीं बेहतर है। जनरल द्विवेदी ने कारगिल युद्ध को भारतीय सेना की शौर्यगाथा बताते हुए कहा कि यह युद्ध भारतीय सैनिकों के बलिदान और साहस का प्रतीक है। उन्होंने कहा:
“कारगिल विजय दिवस सिर्फ एक युद्ध की जीत नहीं, बल्कि एक ऐसा दिन है जो हमें हमेशा प्रेरणा देता है कि हम किसी भी दुश्मन से डरते नहीं हैं। हमारे जवानों ने बर्फीली चोटियों पर अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा की थी और आज भी वही जज्बा हर सैनिक में मौजूद है।”सेना प्रमुख ने आम नागरिकों से अपील की कि वे भी राष्ट्र निर्माण और सुरक्षा में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि सेना और आम जनता के बीच मजबूत सहयोग से ही देश को सुरक्षित और सशक्त बनाया जा सकता है।
जनरल उपेंद्र द्विवेदी के वक्तव्य ने साफ कर दिया कि भारतीय सेना न केवल सीमाओं पर सजग है, बल्कि हर मोर्चे पर आधुनिक तकनीकों से लैस होकर किसी भी खतरे से निपटने को पूरी तरह तैयार है। कारगिल विजय दिवस पर उनका संदेश भारतीय जनता में गर्व, विश्वास और आत्मबल का संचार करता है।