
कांग्रेस में कब किसने इस्तीफा दिया, कौन मंत्री व प्रधान बनाया, हमने कभी नहीं पूछा’’ - अनिल विज ‘‘कांग्रेस में आज कोई किसी की लीडरशिप नहीं मान रहा, इसलिए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नहीं है
‘‘कांग्रेस में कब किसने इस्तीफा दिया, कौन मंत्री व प्रधान बनाया, हमने कभी नहीं पूछा’’ – अनिल विज
‘‘कांग्रेस में आज कोई किसी की लीडरशिप नहीं मान रहा, इसलिए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नहीं है
चंडीगढ़, 28 जुलाई – हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हर चीज में खोट नजर आने लग गया है जोकि डिप्रेशन की निशानी है। उन्होंने कांग्रेस को आडे हाथों लेते हुए कहा कि राज्य के विधानसभा गठित हुए 9 महीने बीत गए लेकिन कांग्रेस पार्टी अपना पक्ष का नेता नहीं चुन सकी जबकि इसके लिए राहुल गांधी चलकर चंडीगढ़ भी आए, लेकिन आज तक समाधान नहीं हुआ।
विज मीडिया कर्मियों द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान कि पिछले 10 सालों में नीट, यूजीसी-नेट व अन्य परीक्षाओं में गड़बड़ी हुई है के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमारी सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ सारी परीक्षाएं करवाती है। गत दिवस ही हरियाणा में सीईटी का एग्जाम हुआ जिसमें लगभग 13 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी और परीक्षार्थियों की सभी सुविधाओं का ख्याल रखा गया है, उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया गया। जबकि कांग्रेस के राज में ऐसा कभी नहीं किया गया तथा राज्य में पिछले 30 से 35 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ। भाजपा के राज में बिना पर्ची-खर्ची के काम होता है लेकिन कांग्रेस के समय में दुकानें खुलती थी और नौकरियां बिकती थी।
‘‘कांग्रेस में कब किसने इस्तीफा दिया, कौन मंत्री व प्रधान बनाया, हमने कभी नहीं पूछा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान कि आज तक उन्हें जगदीप धनखड़ के इस्तीफे का कारण नहीं पता चला, के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में श्री विज ने कहा कि ‘‘कांग्रेस में कब किसने इस्तीफा दिया, हमने कभी नहीं पूछा, कांग्रेस में किसको मंत्री बनाया, किसको प्रधान बनाया या हटाया, हमने कभी नहीं पूछा। धनखड़ जी के इस्तीफे का कारण वहीं है जो उन्होंने अपने इस्तीफे में स्वास्थ्य को लेकर लिखा है’’।
कांग्रेस में आज कोई किसी की लीडरशिप नहीं मान रहा, इसलिए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नहीं है- विज
हरियाणा विधानसभा गठन के 9 महीने बाद भी सदन में नेता प्रतिपक्ष नहीं है जिसे लेकर श्री विज ने कहा कि 9 महीने बीत जाने के बाद भी कांग्रेस पार्टी अपना पक्ष का नेता नहीं चुन सकी। हालांकि इसके लिए राहुल गांधी चलकर चंडीगढ़ भी आए लेकिन आज तक समाधान नहीं हुआ। यह कांग्रेस पार्टी के संगठन की स्थिति है। कांग्रेस पार्टी में आज कोई किसी की लीडरशिप नहीं मान रहा, यह दर्शाता है।